पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को बेली रोड में राज्य का सबसे लंबा फ्लाइओवर का लोकार्पण करते हुए केंद्र सरकार को जम कर कोसा. उन्होंने आरोप लगाया कि केवल कहने से कुछ नहीं होता है. लोगों की भलाई के लिए काम करना पड़ता है. नीतीश कुमार ने केंद्र पर बरसते हुए कहा कि राज्य सरकार ने एक हजार करोड़ खर्च कर एनएच को मरम्मत कराने का काम किया. यह काम केंद्र सरकार को करना था लेकिन खर्च की गयी राशि केंद्र सरकार नहीं दे रही है.
गौर हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अक्टूबर 2012 को इस फ्लाईओवर निर्माण के लिए नींव रखी थी और 30 माह के अंदर फ्लाइओवर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. इस फ्लाइओवर के निर्माण की जिम्मेदारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को दी गई. अधिकतर काम पूरा होने के बाद राज्य सरकार ने पुल को जनता के लिए खोलने का फैसला किया. इसके बनने के बाद बेली रोड पर वाहनों का बोझ कम होगा और पटना से दानापुर आवागमन आसान हो जाएगा. बेली रोड पर जाम की समस्या से भी लोगों को मुक्ति मिलने के साथ ही समय की बचत होगी. उद्घाटन के मौके परमुख्यमंत्रीनीतीश कुमार के अलावा पथ निर्माण मंत्नी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार समेत कई मंत्री पदाधिकारी उपस्थित थे.
पुल की खासियत
– 2.7 किमी लंबे और 96 फुट चौड़े इस पुल के दूसरे सिरे से ही यू टर्न लिया जा सकता है. इस कारण पुल पर लोग रफ्तार में ही दिखेगें.
– गाड़ी किसी भी रफ्तार में रहे गेप के पास गाड़ी के गुजरने पर जर्क नहीं महसूस होंगे.
– पटना के कई प्लाइओवर जैसे रूपसपुर, चिड़ैयाटांड पुल पर तेज बारिश में किसी-किसी जगह पर जल जमाव हो जाता है. इससे निपटने के लिए पुल में बने सेंट्रल वर्ज के हर दो से तीन मीटर पर बारिश का पानी नीचे गिरने के लिए पाइप लाइन बनाया गया है.
– अकसर लोग पुल के मोड़ पर या एक दूसरे गाड़ी को ओवरटेक करने पर पुल के साइड एरिया से टकड़ा जाते हैं. ऐसा ना हो, इसलिए पुल के दोनों किनारों पर डेलिनेटर बनाया गया है. इससे पुल पर चल रही गाड़ियों को पुल के अंतिम सिरे की जानकारी मिलेगी. यह लाइट नहीं रहने के बाद भी गाड़ी के लाइट से रिफ्लेक्ट होती है.