मोड़ पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए बनाये गये स्पीड ब्रेकर के हटने के बाद दुर्घटनाओं की संख्या अधिक बढ़ गयी है. बड़ी बात है कि हादसों के बाद पुल का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है, लेकिन बेपरवाह स्थानीय प्रशासन ठोस उपाय करने के बजाय बालू भरे ड्रम को डिवाइडर बना कर औपचारिकता पूरी कर रहा है. फिलहाल स्थिति यह है कि बालू भरे आठ ड्रम में से तीन ड्रम क्षतिग्रस्त हो गये हैं और उनका बालू निकल कर सड़क पर फैल गया है.
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धनरूआ का बरनी पुल: तीखे मोड़ पर अनियंत्रित परिचालन ने अब तक लीं आठ जानें, दर्जन भर घायल
पटना/मसौढ़ी: धनरूआ का बरनी पुल वाहन चालकों का ‘किलर’ बन गया है. पिछले एक माह में इस पुल पर हुए आधा दर्जन से अधिक हादसों ने आठ लोगों की जान ले ली है, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोगों को जख्मी कर दिया है. हादसे के पीछे की वजह पुल का तीखा मोड़ होना है. […]
पटना/मसौढ़ी: धनरूआ का बरनी पुल वाहन चालकों का ‘किलर’ बन गया है. पिछले एक माह में इस पुल पर हुए आधा दर्जन से अधिक हादसों ने आठ लोगों की जान ले ली है, जबकि आधा दर्जन से अधिक लोगों को जख्मी कर दिया है. हादसे के पीछे की वजह पुल का तीखा मोड़ होना है.
हर तीसरे दिन हादसा
पटना से गया की ओर जानेवाले वाहनों को खतरा अधिक है. इस तीखे मोड़ पर परिवहन विभाग द्वारा कोई बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. इससे वाहन चालकों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. पटना-गया स्टेट हाइवे पर बरनी गांव है. यहां सड़क किनारे घनी आबादी रहती है. सड़क के दूसरी ओर बरनी फील्ड पर सरकारी स्कूल है, जहां करीब सौ बच्चे हर दिन सड़क पार कर हर
रोज स्कूल पहुंचते हैं. छुट्टी के वक्त सड़क पार करना स्कूली बच्चों के लिए खतरनाक हो जाता है. यहां पर पूर्व में दो स्पीड ब्रेकर बनाये गये थे, लेकिन बाद में सरकारी आदेश के बाद दोनों ब्रेकर हटा दिये गये. इसके हटने के बाद यहां सड़क हादसे अचानक बढ़ गये. हर तीसरे दिन इस जगह पर सड़क दुर्घटना आम हो
गयी है.
डिवाइडर की औपचारिकता पूरी कर सो गया प्रशासन
लगातार हुए सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत के बाद भी शनिवार को प्रशासन की नींद खुली. आक्रोशित नागरिकों द्वारा करीब तीन दर्जन गाड़ियों में तोड़-फोड़ किये जाने व बीडीओ की गाड़ी फूंके जाने के बाद भी ठोस उपाय करने के बजाय प्रशासन ने बालू भरे आठ ड्रम को सड़क के बीच में रख कर डिवाइडर की शक्ल देकर अपनी औपचारिकता पूरी कर दी. प्रशासन का दावा है कि इससे यहां सड़क हादसों में कमी आयेगी. ग्रामीणों की मानें, तो बालू भरे ड्रम को बीच सड़क पर रख देने से हादसों में और ज्यादा इजाफा होने का डर है. फिलहाल प्रशासन द्वारा लगाये गये आठ में से तीन क्षतिग्रस्त ड्रम से निकला बालू सड़क पर बिखरा पड़ा है, जो खतरे को बढ़ा ही रहा है.
लगाया जाये चेतावनी का बोर्ड : पुल होने के बावजूद न तो इसमें रेलिंग ही बनायी गयी और न ही सड़क के दोनों छोर पर किसी तरह की चेतावनी का बोर्ड ही लगाया गया है. पहले स्पीड ब्रेकर होने की वजह से वाहन खुद-ब-खुद नियंत्रित हो जाते थे, लेकिन ब्रेकर हटने से तेज गति में आनेवाले वाहन दुर्घटना का शिकार हो जा रहे हैं.
फिर एक्सीडेंट, तीन जख्मी: धनरूआ थाने के बरनी मोड़ के पास रविवार की दोपहर बाइक सवार दंपती अपने बच्चे के साथ दुर्घटना के शिकार हो गयी. घटना में तीनों जख्मी हो गये.
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