पटना: राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने बुधवार को राजधानी के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में अपनी एकाग्रता कैसे बढ़ाये नामक पुस्तक का लोकार्पण करते हुए कहा कि व्यक्तित्व के सम्यक विकास के लिए मन की एकाग्रता बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि मानव मन सूर्य की रश्मियों से भी ज्यादा तीव्र गति से दौड़ लगाता है और इसको नियंत्रित रखने के लिए भारतीय मनीषियों ने अनेक उपाय बताए हैं.
उन्होंने कहा कि एकांत वास, शांत वातावरण, यौगिक क्रियाएं आदि मन की एकाग्रता को बढ़ाती हैं तथा शांति व आनंद का विधान करती हैं. राज्यपाल ने कहा कि अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाने, ज्ञानार्जन की क्षमता सुदृढ़ करने एवं व्यक्तित्व के सम्यक विकास के लिए मन की एकाग्रता बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा के विकास की प्रक्रिया में ज्ञान अजिर्त करने को प्रमुखता दी गयी है, परंतु एकाग्रता और व्यक्तित्व-विकास जैसे महत्वपूर्ण तथ्यों का इसमें समावेश भी बहुत जरूरी है. राज्यपाल ने पुस्तक के लेखक विजय प्रकाश को अत्यंत सरल, सुगम और स्पष्ट भाषा-शैली में एक गंभीर विषय पर तथ्यपूर्ण लेखन के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामना भी दी.