पटना : स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम में कई शिकायतें पहुंची हैं कि अल्ट्रासाउंड की जांच करनेवाले डॉक्टर पैसा लेकर महिलाओं को उसके गर्भस्थ शिशु के लिंग के बारे में बता देते हैं. यही नहीं वे यह भी सलाह देते हैं कि फलां डॉक्टर के पास जायें. शिकायत में बात आयी है कि वैसे मामलों में जन्म से पहले बच्चे को मार दिया जाता है, जिनमें पता चलता है कि महिला को लड़की होनेवाला है. सूत्रों के मुताबिक इसकी जानकारी जब विभाग के प्रधान सचिव को मिली, तो उन्होंने सभी सिविल सजर्न को सतर्क रहने को कहा. साथ ही ऐसे सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को चिह्न्ति कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा.
पटना सिविल सजर्न कार्यालय ने त्रिस्तरीय रणनीति बनायी है. इसके तहत हर माह की पांच तारीख तक सभी अल्ट्रासाउंड सेंटरों को सीडी में फॉर्म एफ जमा करना है. ऐसा नहीं करनेवाले केंद्रों का लाइसेंस बिना नोटिस के रद्द कर दिया जायेगा. सूत्रों के अनुसार इस निर्देश का पालन सभी सेंटर करते हैं, लेकिन वहां गलत होता है या नहीं,