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रीयल इस्टेट के नाम पर भी चल रहा कारोबार

पटना: सारधा ग्रुप के तर्ज पर बिहार में काम करनेवाली ऐसी नॉन बैंकिंग कंपनियां भी पैसे उगाही कर रही हैं, जिनके पता और ठिकाने के बारे में खुद एजेंट क ो भी पूरी जानकारी नहीं है. इनमें से कई कंपनियां रीयल इस्टेट में निवेश के नाम पर आम लोगों से प्रतिमाह पैसे जमा ले रही […]

पटना: सारधा ग्रुप के तर्ज पर बिहार में काम करनेवाली ऐसी नॉन बैंकिंग कंपनियां भी पैसे उगाही कर रही हैं, जिनके पता और ठिकाने के बारे में खुद एजेंट क ो भी पूरी जानकारी नहीं है. इनमें से कई कंपनियां रीयल इस्टेट में निवेश के नाम पर आम लोगों से प्रतिमाह पैसे जमा ले रही हैं. कई कंपनियों के सारे कार्य एजेंटों के बैग से ही चल रहे हैं.

न कोई दफ्तर और न कोई सरकारी दस्तावेज, बस एजेंट पैसे जमा लेकर रशीद काट दे रहा. रिजर्व बैंक की अनुमति के बिना ऐसी दर्जनों कंपनियां राज्य भर में अपना कारोबार चला रही हैं. प्रभात खबर ने राज्य में नॉन बैंकिंग कंपनियों के कारनामों क ी जानकारी जुटानी शुरू की, तो कई ऐसे तथ्य सामने आये.

प्रभात खबर के गया क ार्यालय ने खबर दी है कि जिले के शेरघाटी में वीयर्ड इन्फ्रा रियलिटी इंडिया लिमिटेड नामक कंपनी 16 नवंबर, 2010 से पैसे जमा ले रही है. इस कंपनी के करीब ढाई हजार एजेंट आम लोगों से रीयल इस्टेट में निवेश के नाम पर लोगों से जमा ले रहे हैं.

जिले में सक्रिय वीयर्ड इन्फ्रा अकेली कंपनी नहीं है. इसी तरह की एलके मल्टी प्राइवेट लिमिटेड रीयल इस्टेट व बकरीपालन के नाम पर शेरघाटी अनुमंडल में लोगों से रुपये वसूल रही है.

उधर, शेरघाटी में ही सबलाइन कंस्ट्रक्शन लिमिटेड भी जमीन की खरीदारी के लिए उसकी बुकिंग कराने के नाम पर रुपये वसूल रही है. इसी क्षेत्र में सक्रिय दो नॉन बैंकिंग कंपनियों का कारोबार बैग से चलता है. कंपनी के एजेंट कभी इस दुकान पर, कभी उस दुकान पर बैठ कर जमा लेते हैं. ऐसे में जमाकर्ताओं को कंपनी के वास्तविक ठिकाने का पता नहीं चल पा रहा.

जिले के दूसरे प्रखंडों में भी नॉन बैंकिंग कंपनियों का जाल फैला है. सारधा ग्रुप के खुलासे के बाद जिस तरह कंपनियों के दफ्तर सील किये जा रहे हैं. इससे आम निवेशकों में अपनी जमापूंजी को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है.

लोगों को अब भी याद है पूर्व की कंपनियों के कारोबार की. जीतोदय फाइनांस, जेवीजी फाइनांस एंड इन्वेस्टमेंट कंपनी, कैमूर फाइनांस, वैभव फाइनांस, हेलियस ग्रुप ऑफ कंपनीज सहित कई चर्चित कंपनियां लोगों की जमापूंजी लेकर चंपत हो गयीं.

बांका में फल-फूल रहा नॉन बैंकिंग का कारोबार
बांका जिले में नॉन बैंकिंग कंपनियों का कारोबार फल-फूल रहा है. जिले के अमरपुर प्रखंड मे जिला पदाधिकारी के निर्देश पर छापेमारी हुई है.

कंपनियां ले रही जमा : इलाके में नंदनी वेंचर्स लिमिटेड, प्रयास इन्फोटेक, हाइराइज लिमिटेड, बेंचर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन जैसी कंपनियां लोगों से स्कीम के नाम पर जमा ले रही हैं. इसी वर्ष मार्च में जिला प्रशासन ने अमरपुर प्रखंड क्षेत्र में इन कंपनियों के कागजात को खंगाला. वरीय उपसमाहर्ता के निर्देश पर अंचलाधिकारी ने सभी तीन कंपनियों पर प्राथमिकी करायी है. प्राथमिकी में कहा गया कि कंपनियों ने लोगों को गुमराह कर स्कीमों में पैसा जमा लिया जा रहा है. यह रिजर्व बैंक के वित्तीय लेन-देन से संबंधित धारा के 49 डी का भी उल्लंघन है. इससे यह प्रतीत होता है कि यह चिट फंड कंपनी है, जिसके तहत इन सभी पर धारा 468, 471, 120 बी की सुसंगत धाराओं के साथ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

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