पटना: पटना विश्वविद्यालय के कॉलेज कर्मचारियों ने भी काम करना बंद कर दिया है और वे अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठ गये है. उनकी अपनी मांगे भी हैं और साथ ही वे पीयू कर्मचारी संघ का भी समर्थन कर रहे हैं. उधर कर्मचारियों के बाद भी अब शिक्षक भी प्रमोशन, पे फिक्सेशन, छठे वेतनमान का एरियर आदि मांगों को लेकर आंदोलन के मूड में हैं.
पटना विवि शिक्षक संघ (पूटा) के महासचिव अनिल कुमार ने बताया कि 15 तारीख को हम कार्यक्रम की घोषणा करेंगे कि शिक्षकों का स्टैंड क्या होगा. उस दिन की ही बैठक में निर्णय लिये जायेंगे. इसी के साथ पीयू के कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्री की समस्याएं काफी बढ़ गई हैं और वे चारों ओर से घिरते दिखाई दे रहे हैं. हालांकि वीसी ने पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि वे कर्मचारियों के आंदोलन से झुकने वाले नहीं है. इस वजह से ऐसी स्थिति अब कब तक विवि में रहेगी यह कहना मुश्किल है.
अभी तक विवि मुख्यालय, पटना कॉलेज, दरभंगा हाउस आदि जगहों पर बंद का असर था लेकिन अब साइंस कॉलेज, बीएन कॉलेज तक में तालाबंदी कर दी गई है. इसके बाद करीब-करीब पूरे विवि में अघोषित कफ्र्यू जैसी स्थिति बनी हुई है. शिक्षक विभाग और कॉलेज तो जा रहे हैं लेकिन बाहर ही इधर-उधर बैठ कर समय गुजार रहे हैं. पढ़ाई लिखाई पूरी तरह से ठप है और कोई कामकाज नहीं हो रहा है. वहीं मुख्यालय परिसर कर्मचारियों के धरने से पटा हुआ है. सोमवार से कॉलेज कर्मचारी संघ ने भी कॉलेजों में ताला जड़ दिया है. बहुत मुश्किल से शिक्षकों को भी कॉलेजों में कहीं-कहीं बैठने की जगह मिल रही है. कॉलेज कर्मचारियों की बंदी से जहां अभी तक लॉ कॉलेज, पटना साइंस कॉलेज, बीएन कॉलेज, मगध महिला कॉलेज, वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, पटना ट्रेनिंग कॉलेज भी पूरी तरह से प्रभावित रहा. सभी जगहों पर कॉलेज के मुख्य द्वार पर कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया और पठन-पाठन एवं प्रशासनिक कार्य ठप रहे. संघ के महामंत्री रामशंकर मेहता ने कहा कि आंदोलत शत प्रतिशत सफल रहा. कुलपति द्वारा विवि को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
कुलपति उच्च शिक्षा को बरबाद करना चाहते हैं. संघ कुलपति को बर्खास्त करने की मांग करती है और कार्यकाल के प्रशासनिक कार्यो एवं वित्तीय अनियमितता की जांच करायी जाये. संघ ने सभी प्राचार्यो, शिक्षकों, छात्रों से भी अपील किया है कि कर्मचारियों की उचित मांगों का समर्थन करें. प्रदर्शन का विनय कुमार पांडे, ए मन्नान, मणिशंकर, अजय कुमार, अंजलि कुमारी सिन्हा, शिव सागर, विनोद कुमार, राजू राम नेतृत्व कर रहे हैं. वहीं नरेंद्र मिश्र, रमेश प्रसाद सिंह, त्रिलोकी नाथ, रणधीर प्रसाद, रामसेवक प्रसाद, त्रिलोकी नाथ मेहता आदि ने अपने-अपने कॉलेजों के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया.