ऋतुराज सिन्हा को नियोजन पत्र एक अगस्त को जारी हुआ था. उन्हें पटना जिले के पुनपुन के वृजुविगहा प्राथमिक विद्यालय में योगदान देना है. वे 20 अगस्त को वहां गये, तो विद्यालय में किसी ने नोटिस नहीं लिया.
22 को वे फिर गये, तो स्थानीय लोग आ गये और कहा कि इस विद्यालय में नौकरी की उम्मीद छोड़ दें. उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापक से फोन पर बात की. 23 को विद्यालय में जाकर उनसे मिले. प्रखंड शिक्षा कार्यालय में भी बात की. सभी ने उनसे इस विद्यालय में योगदान नहीं देने के लिए कहा.
इसके बाद उन्होंने 24 अगस्त को पटना के जिलाधिकारी, डीइओ, डीपीओ व पंचायती राज जिला पदाधिकारी से गुहार लगायी व लिखित शिकायत की. लेकिन, अभी तक उन्हें कहीं से भी जवाब नहीं मिला.
सिर्फ पांच दिन बचे हैं शेष
नियमानुसार नियोजन पत्र जारी होने के 30 दिनों के अंदर योगदान देना अनिवार्य है, नहीं तो प्रतीक्षा सूचीवाले दूसरे अभ्यर्थी को मौका मिलेगा. उनके पास अब पांच दिन शेष बचे हैं. दिल्ली की नौकरी छोड़ दी है. इससे भविष्य को लेकर चिंता सताने लगी है.