पटना: भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों ने घूस की कमाई जमीन खरीदने में लगायी है. आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने के आरोपित इंजीनियरों, एमवीआइ व अन्य लोकसेवकों ने स्वयं, पत्नी व बेटा-बेटी के नाम से खूब प्लॉट खरीदे.
साथ ही नये-नये लग्जरी वाहन भी खरीदे. पटना में जमीन व फ्लैट खरीदना और मकान बनाना घूसखोरों की पहली पसंद रहा है. दूसरी पसंदीदा जगह मुजफ्फरपुर है. तत्कालीन एडीएम जयश्री ठाकुर ने जिला भू-अजर्न अधिकारी के रूप में भागलपुर-बांका में जमीन खरीदी और खुद ही उसे सरकारी दर पर अधिग्रहण करा कर करोड़ों रुपये बनाये. यही वजह है कि बिहार में जमीन के दाम में आग लगी है. जमीन का खरीदना आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है.
गोपालगंज आरइओ में तैनात कार्यपालक अभियंता मिथिलेश कुमार ने जहां पटना में कई कीमती प्लॉट में निवेश किये, वहीं फ्लैट भी खरीदे. इसके अतिरिक्त बक्सर व अन्य स्थानों पर भी जमीन खरीदी. इंजीनियर नागेश्वर शर्मा ने महंगी गाड़ियों के अलावा पटना, दाउदनगर व दानापुर सहित अन्य स्थानों पर भी जमीन खरीद की.