7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सीबीएसइ 12वीं परीक्षा : मैथ में होगी एवरेज मार्किग

पटना : सीबीएसइ की 12वीं मैथेमेटिक्स की परीक्षा में एक प्रश्न के गलत होने की शिकायत बोर्ड तक पहुंच चुकी है. अब बोर्ड इस प्रश्न पर ग्रेस मार्क्‍स देने का फैसला लिया है. देश भर के तमाम स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स की शिकायत के बाद सीबीएसइ की ओर से यह निर्णय लिया गया है. […]

पटना : सीबीएसइ की 12वीं मैथेमेटिक्स की परीक्षा में एक प्रश्न के गलत होने की शिकायत बोर्ड तक पहुंच चुकी है. अब बोर्ड इस प्रश्न पर ग्रेस मार्क्‍स देने का फैसला लिया है. देश भर के तमाम स्कूलों के प्रिंसिपल और टीचर्स की शिकायत के बाद सीबीएसइ की ओर से यह निर्णय लिया गया है.
सीबीएसइ की मानें ,तो 12वीं मैथ के पेपर में चार अंक का (मैट्रिक्स चैप्टर से) एक प्रश्न गलत पूछा गया था. इसका उत्तर देने में परीक्षार्थियों को खासी परेशानी हुई थी. इसको देखते हुए सीबीएसइ ने यह फैसला लिया है.
हॉट्स प्रश्न को टच किया होगा, तो मिलेगा मार्क्‍स : एक गलत प्रश्न पर ग्रेस अंक देने के अलावा सीबीएसइ उन प्रश्नों पर भी इवैल्यूएशन में उदारता बरतेगा, जो अल्टर तरीके से पूछे गये थे. जिन परीक्षार्थी ने इन प्रश्नों को थोड़ा भी हल करने की कोशिश की होगी, उन्हें मार्क्‍स दिये जायेंगे. सीबीएसइ सूत्रों के मुताबिक, एक स्टेप या दूसरे स्टेप तक भी स्टूडेंट्स ने हॉट्स ( हाइयर ऑडर थिंकिंग स्कील्स) प्रश्न को टच किया होगा, तो उस पर मार्किग की जायेगी. ऐसे प्रश्नों की संख्या पांच से छह थी. इन प्रश्नों में स्टूडेंट्स उलझ गये थे.
परीक्षा के एक दिन पहले चेंज हो गया पैटर्न : सीबीएसइ ने इस बात को स्वीकार किया है कि परीक्षा के एक दिन पहले परीक्षा पैटर्न को चेंज करने के कारण ही ऐसा हुआ हैं. मैथ के पैटर्न को चेंज कर देने की जानकारी छात्राों को पहले नहीं दिया जा सका है. चेंज पैटर्न के अनुसार, मैथेमेटिक्स में 26 प्रश्न आयेंगे. इनमें एक अंक के साथ चार और छह अंक के प्रश्न होंगे. इसके साथ सीबीएसइ ने कुछ टॉपिक्स दिये थे. ये ऐसे टॉपिक्स थे, जिनसे अभी तक काफी कम प्रश्न पूछे जाते रहें है. परीक्षा पैटर्न में यह परिवर्तन उस समय किया गया, जब एक दिन के बाद 12वीं मैथेमेटिक्स की परीक्षा होनेवाली थी.
तमाम इवैल्यूशन सेंटर को भेजी जायेगी जानकारी : मैथेमेटिक्स में एक प्रश्न के गलत होने और उस पर ग्रेस मार्क्‍स करने की जानकारी तमाम इवैल्यूशन सेंटर पर भेजी जायेगी. मैथ की उत्तर पुस्तिका की जांच अप्रैल के प्रथम सप्ताह में शुरू होने की संभावना है. इससे पहले तमाम इवैल्यूशन सेंटर को इसकी जानकारी भेजी जायेगी.
60 फीसदी प्रश्न था हॉट्स : अभी तक सीबीएसइ की किसी भी विषय के प्रश्न पत्र बनाने में एनसीइआरटी को ध्यान में रखा जाता था. एनसीइआरटी के कोर्स के अनुसार ही प्रश्न पत्र तैयार किये जाते थे. लेकिन, इस बार मैथेमेटिक्स विषय में ऐसा नहीं किया जा सका. 40 फीसदी प्रश्न बनाने में भले एनसीइआरटी का ख्याल रखा गया, लेकिन 60 फीसदी प्रश्न ऐसे थे, जो परीक्षार्थी को समझ में ही नहीं आ रहा था. सीबीएसइ ने इसे हॉट्स (हाइयर ऑडर थिंकिंग स्कील्स) का नाम दिया है. सीबीएसइ के अनुसार ये ऐसे प्रश्न थे जो हू-ब-हू किताबें से नहीं उतारी गयी थीं. इन प्रश्नों को देख कर स्टूडेट्स को कई मेथर्ड को मिला कर उत्तर देना था. रटा-रटाये रूप से अलग हट कर इन प्रश्न को स्पेशल बनाया गया था.
प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार कर रहा सीबीएसइ : मैथेमेटिक्स में इस तरह के प्रश्न पूछने के पीछे सीबीएसइ का मकसद स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयार करना हैं. इंजीनियरिंग की परीक्षा में 20 से 30 फीसदी ऐसे प्रश्न होते हैं, जो पहली बार बने होते हैं. इसे निर्धारित समय में ही स्टूडेंट्स को जवाब देना होता हैं. 12वीं में प्रैक्टिस के तौर पर इसकी शुरुआत की गयी है.
अगर पैटर्न चेंज किया जाना था, तो इसकी जानकारी स्टूडेंट्स को देनी चाहिए. जिस तरह के प्रश्न 12वीं मैथ में पूछे गये हैं, वे काफी अल्टर थे. कई प्रश्न अनकॉमन थे. छात्रा समझ ही नहीं पा रहे थे. ऐसे में मैथ का पेपर अधिकतर छात्राों का खराब हो गया.
एनसीइआरटी को फॉलो कर सभी ने तैयारी की थी. लेकिन, एनसीइआरटी से मात्र 40 फीसदी की प्रश्न आये. संजय कुमार, मैथ टीचर, लोयला हाइस्कूल
सीबीएसइ का यह फैसला सराहनीय हैं. मैथ का पेपर मेन होता है. इसमें अंक कम आने से स्टूडेंट्स को काफी परेशानी होगी. एक प्रश्न गलत होने पर ग्रेस अंक दिये जायेगे. बाकी प्रश्नों पर भी नियम के अनुसार अंक देने का विचार किया गया है.
राजीव रंजन सिन्हा, सिटी को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसइ

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें