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डॉक्टर और नर्स खुद तरस रहे वेतन को
दो माह से डॉक्टर व पांच माह से नर्सो को नहीं मिला वेतन पटना : सरकार सूबे की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने के लिए डॉक्टर व नर्सो की बहाली कर रही है, लेकिन सच्चई है कि जो डॉक्टर अनुबंध पर पहले से काम कर रहे हैं उन्हें वेतन देने के लिए सरकार के पास […]
दो माह से डॉक्टर व पांच माह से नर्सो को नहीं मिला वेतन
पटना : सरकार सूबे की स्वास्थ्य सेवा को बेहतर करने के लिए डॉक्टर व नर्सो की बहाली कर रही है, लेकिन सच्चई है कि जो डॉक्टर अनुबंध पर पहले से काम कर रहे हैं उन्हें वेतन देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है. यही वजह है कि सरकारी अस्पतालों में तैनात अनुबंध डॉक्टरों को दो माह और नर्सो को पांच माह से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में बीमारी का इलाज करने वाले डॉक्टर व नर्सो को खुद आर्थिक इलाज की जरूरत पड़ गयी है.
हालात ऐसे हैं कि अस्पतालों में अनुबंध पर बहाल डॉक्टरों के पास उनके अधिकारी नहीं जा रहे हैं और जब औचक निरीक्षण होता है तो डॉक्टर पदाधिकारियों को कहते हैं कि वेतन देते नहीं हैं और बस आपको काम चाहिए. बिहार में अनुबंध पर कार्यरत डॉक्टरों की संख्या 22 सौ और नर्सो की संख्या लगभग दो हजार है,जिनकी बदौलत सूबे की स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने की बात स्वास्थ्य विभाग करती है,लेकिन सच्चाई है कि सेवा करने वाले ही खुद बीमार हैं, तो यह दूसरे का कैसे इलाज करेंगे.
हड़ताल के मूड में पीएमसीएच की नर्से : पीएमसीएच में नर्सो को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है. यह ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें होली में भी दूसरों से पैसे मांग कर घर चलाना पड़ा. वेतन नहीं मिलने से परेशान नर्से अधीक्षक व स्वास्थ्य विभाग के चक्कर काटती रहती हैं,लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है. वजह वेतन के लिए फंड नहीं है. नर्से बार-बार हड़ताल पर जाने का मन बनाती हैं, लेकिन सरकार की नीति के सामने शांत होकर काम करने लगती हैं. गुरुवार को भी इन नर्सो ने बैठक की. और हड़ताल पर जाने का मन बनाया.
निरीक्षण में कही थी वेतन नहीं मिलने की बात
पीएमसी के प्राचार्य ने 13 मार्च को एनाटॉमी विभाग का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान एक महिला डॉक्टर को उन्होंने कुछ कहा. महिला डॉक्टर ने प्राचार्य से कहा कि वेतन नहीं मिला है और आप हमें परेशान कर रहे हैं. डॉ सिन्हा ने महिला डॉक्टर से कहा कि यह हमारा मामला नहीं है. जब तक ड्यूटी है आपको काम करना पड़ेगा. वरना आपको अपसेंट करेंगे.
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