पटना : शहीद सैनिकों पर बयान देनेवाले दोनों मंत्रियों ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को अपना लिखित जवाब दे दिया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को 11 अगस्त को नोटिस देकर सात दिनों के भीतर लिखित जवाब मांगा था.
अपने स्पष्टीकरण में दोनों मंत्रियों ने बयान देने के पूरे घटनाक्रम का ब्योरा दिया है. सांसद सह पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष आला नेताओं के साथ बैठक कर उनके जवाब पर अंतिम निर्णय लेंगे. दोनों ने अपने जवाब में भूल होने की बात स्वीकार की है.
क्या कहा मंत्रियों ने
पार्टी सूत्रों के अनुसार, ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ भीम सिंह ने अपने जवाब में कहा है कि उनके बयान को तोड़–मरोड़ कर एक सुनियोजित साजिश के तहत टीवी चैनलों पर दिखाया गया. उनकी मंशा कतई शहीदों का अपमान करने की नहीं थी.
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने जान–बूझ कर ऐसे उकसानेवाले सवाल पूछे, जिससे उनकी छवि व साख प्रभावित हो. मंत्री ने यह भी कहा है कि अतिपिछड़ा समुदाय से आने के कारण एक खास किस्म के लोग उनके पीछे लगे हैं. ग्रामीण कार्य विभाग में की गयी सख्ती के बाद ऐसे तत्व अधिक सक्रिय हैं. इनकी मंशा छवि बदनाम करने के अलावा सरकार को अस्थिर करने की है.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने भी अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि उनकी मंशा शहीदों को अपमान करने की नहीं थी. पूरे घटनाक्रम की जानकारी नहीं होने के कारण ही उन्होंने बयान दे दिया था. फिर बयान को वापस भी लिया.