पटना. 31वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा का अंतिम रिजल्ट बीपीएससी ने सोमवार को जारी कर दिया. इसमें 214 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. रांची की भावना नंदा को इसमें प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जबकि सागर एमपी के दिव्यांशु गुप्ता दूसरे और मधुबनी के राघव तीसरे स्थान पर रहे हैं. महिलाओं का टॉपर्स में दबदबा रहा है और शुरुआती पांच टॉपर्स में तीन महिलाएं, जबकि टॉप-10 में चार महिलाएं शामिल हैं.
टाप-5 में तीन लड़कियां
टॉपर्स स्थान
भावना नंदा रांची
दिव्यांशु गुप्ता सागर,एमपी
राघव मधुबनी
स्नेहा सिंह मोतिहारी
पायल मिश्रा मधेपुरा
पहले दोनों टॉपर्स राज्य के बाहर के
भावना नंदा रांची, झारखंड दिव्यांशु गुप्ता सागर, एमपी राघव मधुबनी राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और पहले दोनों टॉपर्स राज्य के बाहर के ही हैं. 22 अगस्त से छह सितंबर तक हुए साक्षात्कार में 688 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. इनमें कुल 221 रिक्तियों के विरुद्ध 214 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप से चयन किया गया है. इन सभी की सिविल न्यायाधीश (कनीय कोटि) के पद पर नियुक्ति होगी.
श्रेणीवार कट
ऑफ मार्क्स श्रेणी लिखित अंतिम
अनारक्षित 457 536
इडब्ल्यूएस 418 499
एससी 364 403
एसटी 378 434
इबीसी 392 447
बीसी 414 495
साक्षात्कार में शामिल अभ्यर्थियों को न्यूनतम योग्यता अंक 35% से कम
साक्षात्कार में शामिल 278 अभ्यर्थियों को न्यूनतम योग्यता अंक 35% से कम अंक प्राप्त हुए, जिसके कारण उन्हें मेघा सूची में शामिल नहीं किया गया. ऑनलाइन आवेदन में गलत आरक्षण का दावा करने व मुख्य परीक्षा में वास्तविक कोटि के कट ऑफ अंक से कम अंक प्राप्त होने के कारण एक अभ्यर्थी का मुख्य परीक्षा का रिजल्ट रद्द कर दिया गया. चार अभ्यर्थियों की दावेदारी एलएलबी की योग्यता रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि के बाद का होने और रजिस्ट्रेशन के समय गलत घोषणा करने के कारण रद्द कर दी गयी. बचे 408 अभ्यर्थियों की संयुक्त मेधा सूची तैयार की गयी, इनमें से 214 का अंतिम रूप से चयन किया गया है.
श्रेणीवार चयनित
श्रेणी रिक्ति चयन
अनारक्षित 88 87
इडब्ल्यूएस 23 23
एससी 35 29
एसटी 02 02
इबीसी 47 47
बीसी 26 26
कुल 221 214
अधिक अंक प्राप्त करने वालों को वरीयता
संयुक्त मेधा सूची में दो या अधिक उम्मीदवारों के प्राप्तांक समान होने पर मुख्य परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वाले, मुख्य परीक्षा में समान अंक प्राप्त पर वैकल्पिक विषयों के अंकों के योग के अनुसार अधिक अंक प्राप्त करने वाले, वैकल्पिक विषयों के अंकों का योग समान होने की स्थिति में जन्मतिथि के अनुसार अधिक उम्र वाले और जन्मतिथि समान होने पर जिस अभ्यर्थी का नाम देवनागरी लिपि में वर्णमाला के अनुसार पहले आता हो, उन्हें मेघा क्रम में ऊपर रखा गया है.