पटना: गरीबी व अज्ञानतावश बच्चे मानव व्यापार के शिकार हो रहे हैं. इस कार्य में गिरोह सक्रिय हैं. मानव व्यापार के शिकार अधिक तर बच्चे रेलवे स्टेशनों पर हैं. 200 से अधिक बच्चे पटना जंकशन पर काम कर रहे हैं. इन मासूम बच्चों को इससे मुक्त कराना होगा. ये बातें सोमवार को वर्ल्ड विजन इंडिया व ऐटसेक द्वारा पटना जंकशन पर ‘मानव व्यापार तथा बेघर बच्चों’ पर आयोजित कार्यशाला में वक्ताओं ने कहीं.
पुलिस की अहम भूमिका: रेल पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि बच्चों को बेघर होने से बचाना होगा. वर्ल्ड विजन इंडिया के राज्य समन्वयक वाइके गौतम ने बताया कि मानव व्यापार को समाप्त करने के दिशा में पुलिस की अहम भूमिका है. समाज के जिम्मेवार लोगों को संवेदनशील तरीके से काम करने की जरूरत है.
दिशा नशा विमुक्ति केंद्र के कुमार दीपक ने लोगों को जागरूक करने की दिशा में बल दिया. सेवानिवृत्त एडीजीपी राजवर्धन शर्मा ने कानून के प्रभावशाली तरीके से लागू करने की बात कही. एंटी ट्रैफिकिंग राज्य ट्रेनर हरिकांत झा ने इसे समाप्त करने के लिए तीन चरणों में कार्य करने की सलाह दी. इसके तहत पहले पुलिस व पंचायतों की मदद व काउंसेलिंग व पुनर्वासित करने की दिशा में कार्य करने की बात कही.