पटना: राजेंद्रनगर, श्रीकृष्णापुरी व पाटलिपुत्र में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को बंद कराने के लिए नगर निगम ने नयी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. निगम प्रशासन इन आवासीय कॉलोनियों में फिर से कभी भी अवैध निर्माण तोड़ने और व्यावसायिक गतिविधियों को सील करने के लिए अभियान चला सकता है. निगम आयुक्त कुलदीप नारायण का कहना है कि पूर्व की कार्रवाई के दौरान लोगों के विरोध को देखते हुए नगर निगम ने अब पुख्ता तैयारी के बाद कार्रवाई करने का फैसला लिया है.
क्या है मामला : पीआरडीए ने आवासीय कॉलोनी के रूप में राजेंद्रनगर, एसके पुरी, पाटलिपुत्र कॉलोनी को बसाया, लेकिन समय के साथ-साथ आवासीय कॉलोनियों की रूपरेखा भी बदलती गयी और आवंटियों ने बहुमंजिली इमारतें बना लीं और व्यावसायिक गतिविधियों को संचालित करना शुरू कर दिया. आवासीय कॉलोनियों में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित होना शुरू हुआ, तो पीआरडीए और निगम प्रशासन के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया, जिससे घर-घर व्यावसायिक गतिविधियां चलना शुरू हो गया.
वर्तमान में नगर आयुक्त ने आवंटन के लीज-डीड की शर्तो के अनुरूप व्यावसायिक गतिविधियां खत्म करने का आदेश दिया है. इसके लिए नगर आयुक्त ने आवासीय कॉलोनियों में व्यावसायिक गतिविधियां चलाने वालों के लिए विज्ञापन भी प्रकाशित किया था, ताकि व्यावसायिक गतिविधियां समेट लें. इसके लिए निगम ने श्रीकृष्णापुरी से अभियान चलाने की भी कोशिश की, लेकिन कोई व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद नहीं हुआ . नगर आयुक्त कुलदीप नारायण ने कहा कि पूर्व में भी आवासीय कॉलोनियों में अवैध निर्माण और व्यावसायिक गतिविधियां बंद करने के लिए 72 घंटा का समय दिया था.