पटना: ट्रांसपोर्टर रविकांत चौधरी की हत्या के मामले में पूर्व से तय फैसले को लेकर मीठापुर बस स्टैंड की सुरक्षा को बढ़ा दी गयी थी. इसकी आशंका जतायी जा रही थी कि फैसला आने के बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ंत न हो जाये. इसके लिए पहले से वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी और गश्ती टीम को उस इलाके में लगातार गश्त का निर्देश दिया गया था.
हत्या के समय भी सिटी एसपी थे लांडे
पटना. जिस समय ट्रांसपोर्टर की हत्या हुई थी, उस समय भी सिटी एसपी के पद पर शिवदीप वामन लांडे ही थे और जब सजा सुनाई गयी, तो इस समय भी उक्त पद पर लांडे ही हैं. सिटी एसपी ने कहा कि घटना होने के बाद तमाम आरोपितों को एक के बाद एक कर पकड़ लिया गया. कुंदन सिंह हरिद्वार से पकड़ा गया, तो उसका सहयोगी इमामगंज से पकड़ा गया था. इसमें पुलिस ने दिन-रात मेहनत की थी और इसका परिणाम है कि सभी को न्यायालय ने सजा सुनाई.