पटना: अगले साल मार्च तक सभी विभागों के खाली पदों को भर दिया जायेगा. सभी विभागों को मिला कर 40 प्रतिशत तक पद खाली हैं. इन पदों को भरने के लिए बिहार कर्मचारी चयन आयोग को मजबूत किया गया है. ये बातें मंगलवार को नवनियुक्त 485 फार्मासिस्टों को नियुक्तिपत्र वितरण समारोह में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहीं.
सरकारी अस्पतालों पर बढ़ा विश्वास : उन्होंने कहा कि गरीबों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके, इसके लिए जरूरी है कि अस्पतालों में खाली पड़े पदों को भरा जाये. फार्मासिस्टों की कमी से अस्पतालों के कई काम ठीक से नहीं हो पा रहे थे. दवा वितरण में परेशानी होती थी. नये फार्मासिस्टों की नियुक्ति से यह समस्या दूर हो जायेगी. नवनियुक्त फार्मासिस्टों को मेडिकल कॉलेजों, पीएचसी, एपीएचसी व रेफरल अस्पतालों में भेजा जायेगा. उन्होंने कहा कि अब सरकारी अस्पतालों पर मरीजों का विश्वास बढ़ा है.
ईमानदारी से करें काम : मुख्यमंत्री ने कहा, पहले गांव में झाड़-फूंक व जड़ी बूटी से इलाज किया जाता था. गांव के लोगों को एलोपैथ के बारे में बहुत जानकारी नहीं होती थी. कारण था कि अस्पतालों में सुविधाएं कम थीं और उन्हें फार्मासिस्ट व डॉक्टर के बारे में जानकारी भी कम थी, फिर भी लोग जीते थे. इसका एक कारण उस समय पर्यावरण में प्रदूषण का नहीं होना था. आज प्रदूषण बढ़ा है, जिससे लड़ने के लिए अस्पतालों को मजबूत करने की आवश्यकता है. उन्होंने नवनियुक्त फार्मासिस्टों का आह्वान किया कि वे अपना काम ईमानदारी से करेंगे. आपके माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, इसकी हम उम्मीद करते हैं. कार्यक्रम में निदेशक प्रमुख (स्वास्थ्य सेवाएं) आरडी रंजन, ओएसडी शंकर प्रसाद सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे.
3817 ए ग्रेड नर्सो की होगी बहाली
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र ने कहा कि 1000 फार्मासिस्टों की नयी बहाली के साथ 3817 पदों पर ए ग्रेड नर्सो की नियुक्ति जल्द की जायेगी. उन्होंने कहा कि चार हजार पदों पर एएनएम की बहाली की जा रही है, जिसको लेकर साक्षात्कार शुरू हो गया, जो अब अंतिम चरण में है. इसके अलावा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अन्य पारा मेडिकल स्टाफ की बहाली होगी. श्री मेहरोत्र ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा का लाभ गरीबों तक पहुंचे, इसके लिए सरकार के स्तर से सभी पदों पर बहाली तेज कर दी गयी है.