फोटो : 05, करकटनुमा कर्णपुरा हाइ स्कूल. दो शिफ्टों में होती है पढ़ाईहाल हाइ स्कूल किशुनपुरा का1454 छात्रों के लिए हैं मात्र सात शिक्षकमहाराजगंज. अनुमंडल क्षेत्र के हाइ स्कूल किशुनपुरा की स्थापना 1951 में की गयी थी. उस समय स्कूल खपरपोस था. बाद में स्थिति जर्जर देख एस्बेस्टस लगाया गया. आज वह एस्बेस्टस टूटने के करार पर है. विद्यालय परिसर मेें 2010 में दो कमरों का निर्माण कराया गया था. उनकी छत से प्लास्टर टूट कर गिर रहा है. बरसात के दिनों में पानी टपकता है. फर्श की भी स्थिति जर्जर है. छात्रों को कमरों में बैठ कर शिक्षा ग्रहण करने में भय बना रहता है. छात्रों की संख्या ज्यादा होने से उनका पठन-पाठन भी बाधित होता है. नवम वर्ग में 824 व दशम में 630 विद्यार्थी वर्तमान में नामांकित हंै.नवम वर्ग में सात खंड में बांट कर पढ़ाई की जाती है. वहीं दशम वर्ग मंे छह खंड में पढ़ाई होती है. छात्रों के अनुपात में विद्यालय में 10 कमरों की आवश्यकता है. 35 शिक्षकों की जगह मात्र आठ शिक्षक हैं. विद्यालय में प्रयोगशाला, पुस्तकालय, कॉमन रूम नहीं है. वहीं अंगरेजी विषय के शिक्षक भी नहीं हैं. विज्ञान की पढ़ाई के लिए दो शिक्षकों की और आवश्यकता है. 1400 छात्रों पर एक शौचालय है. एक चापाकल है, जहां पानी पीने के लिए भी लड़कों की भीड़ लगी रहती है. इस संबंध में जिले के शिक्षा पदाधिकारी के मोबाइल नंबर 9471233841 पर बात करनी चाही गयी, मगर नेटवर्क व्यस्त रहने के कारण बात नहीं हो पायी. वर्जनविद्यालय में शिक्षक व कमरों के कमी के बारे में जिले के उच्च अधिकारियों को कई बार सूचना दी गयी,मगर केवल आश्वासन ही मिला. संसाधन के अभाव में विद्यालय समस्याओं से जूझ रहा है. फोटो : 06शिवचंद सिंह, प्रधानाध्यापक
चार कमरों में पढ़ते हैं 1454 छात्र
फोटो : 05, करकटनुमा कर्णपुरा हाइ स्कूल. दो शिफ्टों में होती है पढ़ाईहाल हाइ स्कूल किशुनपुरा का1454 छात्रों के लिए हैं मात्र सात शिक्षकमहाराजगंज. अनुमंडल क्षेत्र के हाइ स्कूल किशुनपुरा की स्थापना 1951 में की गयी थी. उस समय स्कूल खपरपोस था. बाद में स्थिति जर्जर देख एस्बेस्टस लगाया गया. आज वह एस्बेस्टस टूटने के […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement