Advertisement
अब तक नहीं तैयार हो सके पीपा पुल
प्रशासन की चुस्ती के बावजूद कई घाटों पर अब भी बिखरा है कचरा पटना : छठ घाटों की तैयारी में जिला प्रशासन जुटा है. शनिवार को प्रभात खबर ने भी कुछ घाटों का निरीक्षण किया. कहीं तैयारी अधूरी दिखायी दी, तो कहीं रफ्तार से चलती. कलेक्ट्रेट घाट : यहां पीपा पुल बन कर लगभग तैयार […]
प्रशासन की चुस्ती के बावजूद कई घाटों पर अब भी बिखरा है कचरा
पटना : छठ घाटों की तैयारी में जिला प्रशासन जुटा है. शनिवार को प्रभात खबर ने भी कुछ घाटों का निरीक्षण किया. कहीं तैयारी अधूरी दिखायी दी, तो कहीं रफ्तार से चलती.
कलेक्ट्रेट घाट : यहां पीपा पुल बन कर लगभग तैयार था, लेकिन गुरुवार को गंगा में पानी बढ़ जाने के कारण परेशानी बढ़ गई.
संवेदक शिबू कंस्ट्रक्शन द्वारा बालू की व्यवस्था की जा रही थी, ताकि यदि अधिकारी निरीक्षण के लिए आ जायें, तो उन्हें त्रुटि नहीं दिखायी दे.
कांट्रैक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह कहते हैं कि अचानक एक हाथ पानी बढ़ गया है, जिसके कारण दिक्कत हो गयी. कई मजदूर घाट किनारे के कुश को काटने व नाव से बालू गिराने में लगे हुए थे. हां यहां सफाई व्यवस्था में छेद दिखाई दी. गंदगी और बदबू के कारण अब भी यहां लोग नाक पर रूमाल रखने को मजबूर हैं. नदी के उस पार घाट तक जानेवाले रास्ते की सफाई करायी जा रही है, लेकिन अब भी वहां मिट्टी आदि डाल कर रास्ता बनाने का काम अगले कई दिनों तक चलेगा.
महेंद्रू घाट : अभी तक यहां पीपा पुल बन कर पूरी तरह तैयार नहीं हो सका है. यहां दो पुल बनाये जाने हैं, लेकिन शनिवार शाम तक महज एक ही पुल आधा बन पाया था. शनिवार को पुल पर चढ़ने के लिए स्लाइडर बनाया जा रहा था. पुल निर्माण निगम के लोगों ने बताया कि राघोपुर से पांच सेट पीपा पुल पहुंच गया है. इसके बाद रविवार तक पीपा पुल बन कर तैयार हो जायेगा. यहां भी सफाई को लेकर बहुत काम करना बाकी है. वहीं घाट तक जाने वाला रास्ता भी बनाया जाना शेष है.
कदम घाट : कदम घाट पर सफाई तो हुई है, लेकिन कचरों को ठीक तरीके से खत्म नहीं किया गया है. इसके साथ ही यहां पर सीढ़ियों पर रेलिंग भी नहीं है. यदि अचानक कोई आ जाये, तो वो गिर भी सकता है. यहां पर बैरिकेडिंग करना यहां बहुत जरूरी होगा, तभी जाकर लोगों को सुरक्षित पूजा पूरी हो सकेगी. घाट पर बिजली आदि की सुविधा को बहाल करने का भी काम बाकी दिखाई दिया.
काली घाट : काली घाट पर कचरे तो निकाले और हटाये गये, लेकिन अब भी जगह-जगह पर उनका अंबार लगा है. लोगों ने यहां के लाइट के भी खराब रहने की शिकायत की. इधर प्रभात खबर में खबर छपने के बाद कचरा तो गंगा में डालना रुक गया है, लेकिन उसे यहां से हटाने की कोई ठोस व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है. कुछ सफाई कर्मी सीढ़ियों की सफाई करते तो दिखाई दिये, लेकिन सफाई का बहुत काम बाकी है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement