पटना: लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग खुले में शौच से होनेवाले नुकसान से लोगों को अवगत करायेगा. विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिल कर विभाग जागरूकता अभियान चलायेगा. उक्त निर्णय निर्मल भारत अभियान द्वारा आयोजित ‘सेनिटेशन हाइजिन, एडवोकेसी और संचार नीति’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में लिया गया.
कार्यशाला में यूनिसेफ, निर्मल भारत अभियान, कम्यूनिकेशन फॉर डेवलपमेंट और निर्मल भारत अभियान के जिलों के समन्वयकों के अलावा पीएचइडी के 38 जिलों के कार्यपालक अभियंता शामिल हुए. कार्यशाला में ग्रामीणों के बीच शौचालय निर्माण और उसका उपयोग, शौच के बाद और खाने के पहले साबुन से हाथ धोने आदि विषय पर जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया गया.
यूनीसेफ, पटना की कम्यूनिकेशन फॉर डेवलपमेंट स्पेशलिस्ट अरुणा शुक्ला ने निर्मल भारत अभियान का विस्तृत ब्योरा पेश किया. उन्होंने कहा कि स्वच्छता के लिए अलग से संचार नीति तैयार करनी होगी.इसके लिए सामाजिक जागरूकता अभियान भी चलाना होगा. यूनिसेफ की निपुण गुप्ता ने संचार नीति में मीडिया के योगदान पर प्रकाश डाला.