पटना: मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बाद अब नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने भी राजधानी में जलजमाव की ठीकरा नगर निगम पर फोड़ा है. उन्होंने कहा कि महापौर और नगर आयुक्त के विवाद में एक भी काम नहीं हो रहा है.
अगले साल से पटना से जलनिकासी के लिए 350 लाख एमएलडी पानी निकासी की योजना है. वर्तमान में जलनिकासी की क्षमता एक चौथाई भी नहीं है. शहर का सीवरेज सिस्टम पुराना हो गया है. इसके लिए शहर में अधिक-से-अधिक डिस्चार्ज सिस्टम खड़ा करना है. यह राशि खर्च नहीं हो रही है. अब निगम पॉलीथिन के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई करेगा. केंद्र सरकार की गाइड लाइन का उल्लंघन करने पर पहले जुर्माना और जरूरत पड़ने पर गिरफ्तार भी किया जायेगा.
चौधरी ने कहा कि पटना नगर निगम को 1150 करोड़ रुपये की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है. इस राशि से शहर में ड्रेनेज से लेकर सीवरेज तक का काम कर नगर वासियों को बेहतर सेवा देनी है. राशि अभी तक खर्च नहीं हो रही है. सरकार की मंशा है कि नगर निगम को 1200 करोड़ रुपये और अतिरिक्त दिया जाये. इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार धन राशि देने पर विचार करेगी. अब पटना में ड्रेनेज सिस्टम को नये सिरे से खड़ा करने की तैयारी की जा रही है. बारिश के बाद डीपीआर पर काम होगा.