पटना : राज्य को पर्यावरण संकट से उबारने और इस विषय पर देश में उदाहरण बनने के उद्देश्य से 15 अगस्त से जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस अभियान को लांच करेंगे. माना जा रहा है कि ऐतिहासिक गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के बाद इस अभियान को शुरू करने की घोषणा की जायेगी.
इसके तहत सरकारी कुआं, तालाब, आहर व पइन का जीर्णोद्धार किया जायेगा. 15 अगस्त से दिसंबर तक इस अभियान को युद्ध स्तर पर चलाया जायेगा. इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है. कृषि, पशु मत्स्य संसाधन, नगर विकास, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पीएचइडी, ऊर्जाऔर पंचायती राज विभाग को इसमें शामिल किया गया है.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस की विशेष शाखा ने अवैध कब्जे वाले कुआें और तालाबाें को खोजकर मुख्य सचिव को उनकी संख्या उपलब्ध करा दी है. माना जा रहा है कि अब तक करीब दो लाख ऐसे कुआेें की जानकारी मिल पायी है. 11 जिलों से जानकारी अभी आनी बाकी है. सभी जिलों से रिपोर्ट आयी तो अवैध कब्जे वाले कुओं की संख्या तीन लाख को पार कर जायेगी.
इनमें से सरकारी कुओं को जीवित किया जायेगा. जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत राज्य व्यापक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कराये जायेंगे. राज्य में सार्वजनिक क्षेत्रों में तालाबों की संख्या 60 से 65 हजार है. नये जल निकायों या स्रोतों का सृजन सरकारी और निजी जमीन पर कराया जायेगा. बाढ़ के समय नदियों के अतिरिक्त पानी को सूखाग्रस्त इलाकों नवादा, गया, राजगीर में पहुंचाया जायेगा. सभी भूगर्भ जल स्रोत चापाकल, कुओं के किनारे सोख्ता बनाया जायेगा.
हर सरकारी और निजी भवन पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगेगा. सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए निजी और सरकारी भवन पर लगेंगे. हरियाली लाने के लिए बड़े स्तर पर पौधारोपण होगा़ इसमें सभी सरकारी अधिकारी और कर्मी के अलावा जनप्रतिनिधि भी सहभागी होंगे .कुआं, तालाब, आहर व पइन का होगा जीर्णोद्धार.