पटना : पुलिस की लापरवाही के कारण अवैध पैसे से जुड़े कई बेहद अहम सुराग हाथ से निकल गये. अब पुलिस के साथ-साथ आयकर विभाग के अधिकारियों को भी चार दिन पहले जब्त की गयी 65 लाख 99 हजार की अवैध रकम के सही स्रोत या माफिया तक पहुंचने में काफी फजीहत हो रही है. पुलिस ने इस रकम के साथ दो युवकों प्रशांत कुमार चौरसिया और विकास कुमार को भी गिरफ्तार किया था.
इनके पास से तीन मोबाइल भी बरामद हुए थे, लेकिन पुलिस ने इन मोबाइलों को जब्त करने के बजाय इन्हें इनके पास ही छोड़ दिया. रात भर मोबाइल इनके पास रहने की वजह से, इन युवकों ने इसमें मौजूद तमाम डाटा और कुछ जरूरी कॉन्टेक्ट को डिलीट कर दिया है. अगले दिन जब यह केस आयकर विभाग को ट्रांसफर हुआ, तो पूरी जांच में यह बात सामने आयी. पुलिस की इस लापरवाही के कारण कई अहम सबूत हाथ से निकल गये.
इस बात को पुलिस के कुछ अधिकारियों ने स्वीकार किया कि निचले स्तर के कर्मियों में इस बात को लेकर सजगता नहीं होने की वजह से ऐसा हुआ है. इनके मोबाइल का सीडीआर निकाला जा रहा है, लेकिन इसके आधार पर सिर्फ कॉल का डिटेल ही निकल पायेगा. मोबाइल में मौजूद अन्य किसी तरह का डाटा मिलना संभव नहीं होगा. जांच अधिकारियों का यह अनुमान है कि मोबाइल से कई अहम जानकारियां मिल सकती थीं.
सिर्फ एक व्यापारी के बारे में मिली है जानकारी : नतीजतन इन युवकों ने 65 लाख 99 हजार रुपये के बारे में जिन-जिन व्यापारियों के शेयर होने की बात कही है. उनमें तकरीबन सभी गलत ही निकले हैं. सिर्फ जमाल रोड में इलेक्ट्रॉनिक सामानों के व्यापारी राकेश कुमार के बारे में जानकारी सही मिली, लेकिन इसमें इस व्यापारी के महज पांच लाख रुपये ही हैं.