गया: जानेमाने चिंतक के. एन. गोविंदाचार्य ने आज कहा कि नक्सली जबतक हिंसा नहीं छोड़ते, केंद्र को उनसे बातचीत नहीं करनी चाहिए. राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के एक कार्यक्रम में भाग लेने बिहार के नक्सल प्रभावित गया जिला पहुंचे गोविंदाचार्य ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नक्सली जबतक हिंसा नहीं छोड़ते, केंद्र को उनसे बातचीत नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि नक्सली हिंसा में मरने वालों के मानवाधिकार का ख्याल नहीं रखने वाले नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बल उनके मानवाधिकार का ख्याल रखे बिना कार्रवाई करें.गोविंदाचार्य ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ केवल कड़ी कार्रवाई किए जाने से नक्सलवाद का अंत नहीं हो सकता बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में रहने वाले लोग उनके प्रभाव में नहीं आएं इसके लिए वहां विकास कार्यों में तेजी लायी जानी चाहिए.
बिहार के महराजगंज संसदीय उपचुनाव में जदयू प्रत्याशी पी. के. शाही की पराजय के बारे में पूछे जाने पर गोविंदाचार्य ने इसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के प्रदेश में विकास के खोखले दावे का परिणाम बताया.उन्होंने जदयू नीत प्रदेश की राजग सरकार पर केवल प्रदेश की राजधानी पटना का विकास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास का लाभ दूर-दराज इलाकों में रहने वालों तक भी पहुंचना चाहिए.