पटना : डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि निष्पक्ष-हिंसारहित चुनाव कराने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है. पुलिस आचार संहिता से पहले लंबित चल रहे छोटे-मोटे मामलों (नन एसआर केस) को खत्म कर देगी. चुनाव में अपराधियों पर नकेल कसना बड़ी चुनौती है. निष्पक्ष चुनाव कैसे संपन्न हो इसकी जानकारी देना पुलिसकर्मियों को बेहद जरूरी है.
शुक्रवार को सरदार पटेल भवन में पुलिस वीक के उद्घाटन सत्र में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जानकारी दी कि पुलिस वीक में साइबर अपराध, स्पीडी ट्रायल, चुनाव और वीआईपी मूवमेंट की सुरक्षा व्यवस्था पर फोकस होगा. बीते साल पुलिस की सक्रियता के कारण ही 5926 स्पीडी ट्रॉयल हुए जिसमें 5 अपराधियों को फांसी भी हुई.
1334 को उम्रकैद, 600 अपराधियों को 10 साल से अधिक की सजा हुई. डीजीपी का कहना है कि छात्र भी कभी- कभी कानून व्यवस्था की सीमा लांघ रहे हैं. उनकी सोच को सकारात्मक हाे इसकेे लिये छात्र-पुलिस संवाद होगा. एक साल में सराहनीय कार्य के लिए सात नागरिक, 1105 पुलिस पदाधिकारी- पुलिस कर्मी को सम्मानित जायेगा.
वहीं एडीजी सीआइडी विनय कुमार ने बताया कि 100 साल पहले बिहार पुलिस ने फिंगर प्रिंट प्रणाली ईजाद की थी. पटना में पुलिस विज्ञान कांग्रेस के आयोजन के बाद पूरे देश में अपराध निरोध सप्ताह मनाया जाने लगा. कार्यक्रम में सभी डीजी , एडीजी, आइजी, डीआइजी, एसएसपी और ट्रेनी आइपीएस अधिकारी मौजूद रहे.