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बीएसएससी की इंटर स्तरीय परीक्षा : फिर बुकलेट लेकर फरार, पर्चा आउट की रही चर्चा

सुरक्षा को धता बता कर हो रही घटना, आज अंतिम परीक्षा होगी पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा रविवार को भी दो सीटिंग में हुई. दूसरे दिन भी एक छात्र बुकलेट लेकर फरार हो गया. नवादा के संत जोसेफ स्कूल से एक अभ्यर्थी के बुकलेट लेकर फरार होने की खबर […]

सुरक्षा को धता बता कर हो रही घटना, आज अंतिम परीक्षा होगी
पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा रविवार को भी दो सीटिंग में हुई. दूसरे दिन भी एक छात्र बुकलेट लेकर फरार हो गया. नवादा के संत जोसेफ स्कूल से एक अभ्यर्थी के बुकलेट लेकर फरार होने की खबर आयी है. इसके अतिरिक्त चार लोग विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किये गये हैं. अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी इसमें हो चुकी है, जबकि कई फरार भी हैं, जिनकी खोजबीन पुलिस कर रही है. ऐसा लग रहा था कि शनिवार की घटना के बाद प्रशासन सख्त होगी. लेकिन, लगातार दूसरे दिन की घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किये हैं. पहले अभ्यर्थी बुकलेट लेकर फरार हो जाते हैं और उक्त प्रश्नों को सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं.
सोमवार को अंतिम परीक्षा दो सीटिंग में होनी है. इसके बाद परीक्षा समाप्त हो जायेगी. पहली सीटिंग में 3 लाख 26 हजार व दूसरी सीटिंग में 2 लाख 22,646 अभ्यर्थी परीक्षी देंगे. अब तक चार सीटिंग में 45 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो चुके हैं. सभी जगहों पर परीक्षा हॉल में मोबाइल या कोई भी उपकरण ले जाने पर रोक है. हर छात्र की चेकिंग भी हो रही है. फिर भी कुछ घटनाएं रूक नहीं रही हैं. दूसरे की जगह परीक्षा देते तीन गिरफ्तार : रमेश झा महिला कॉलेज, सहरसा केंद्र पर दिलकुश कुमार के स्थान पर दिलीप कुमार को परीक्षा देते पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. इसी तरह एमआरपी हाईस्कूल, बांका में रवि कुमार पासवान के स्थान पर विकास को परीक्षा देते पकड़ा गया था. जमुई जिले के प्लस-टू हाईस्कूल केंद्र में एक अभ्यर्थी बीरबल जो उस केंद्र का अभ्यर्थी नहीं था, पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया.
दूसरे दिन
भी पेपर लीक की अफवाह उड़ती रही, परीक्षा केंद्रों पर भी चलती रही चर्चा : दूसरे दिन भी पूरे दिन प्रश्नपत्र लीक की अफवाह उड़ती रही. वहीं, पेपर वायरल को लेकर अभ्यर्थियों में चर्चा चलती रही. हालांकि, आयोग ने इससे साफ इन्कार किया है. अध्यक्ष ने कहा कि जो भी लीक की बात कहते हैं उन्हें पहले पुष्टि कर लेनी चाहिए, बिना पुष्टि के लीक शब्द का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए. क्योंकि, वाट्सअप पर किसी भी तरह के प्रश्नों को वायरल कर दिया जाता है और उसे लीक का नाम दे दिया जाता है.
हालांकि, रविवार को आयोग ने कहा कि अगर प्रश्न लीक होने की खबर की पुष्टि हुई, तो उक्त रिपोर्ट के आधार पर उक्त पेपर का रि-एग्जामिनेशन कराया जायेगा. जो भी हो लेकिन इस तरह की घटनाओं और मोबाइल पर प्रश्नों के वायरल होने से आयोग परेशानी में तो जरूर है. हालांकि, आयोग का यह भी कहना है कि जिला प्रशासन व पुलिस को और भी मुस्तैद होने की जरूरत है. क्योंकि, आयोग ने हरसंभव उपाय किये हुए हैं कि प्रश्नपत्र का बाहर आना किसी भी हालत में मुश्किल है.
रीजनिंग व मैथ के प्रश्न आसान थे, 90 कट ऑफ जाने की उम्मीद : बीएसएससी की परीक्षा दो सीटिंग में संपन्न हुई. फर्स्ट सीटिंग में 150 प्रश्न थे, जिसमें 75 जीएस से थे. जीएस के अधिकतम प्रश्न परंपरागत थे. छात्रों के अनुसार करंट अफेयर से 16-17 थे, जो कि 2016-2017 का ही था. रीजनिंग और मैथ दोनों को लेकर 60 प्रश्न थे. 4 प्रश्न ब्लड रिलेशन से थे. कोडिंग डिकोडिंग से 3- 4 प्रश्न थे. कैलेंडर से भी प्रश्न थे. बिहार से 3 प्रश्न था, मैथ और रीजनिंग से प्रश्न अधिक कठिन नहीं थे.
फिजिक्स-केमेस्ट्री से सामान्य प्रश्न था. केमेस्ट्री से अधिक प्रश्न पूछे गये थे. प्रश्नों का लेवल सामान्य था. गणित के कुछ प्रश्न टॉप थे. दूसरी सिटिंग की परीक्षा में 150 प्रश्न थे, जिसमें जीएस के प्रश्न अधिक थे. जीएस के प्रश्न परंपरागत से प्रश्न थे, करंट के 15-16 प्रश्न थे. मैथ के प्रश्न थोड़ा आसान थे. शिक्षक डॉ एम रहमान ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में 90 से कम कट ऑफ नहीं जायेगा. वहीं, समीर सिविल सर्विसेज के समीर कुमार ने कहा कि बिहार से भी कई प्रश्न पूछे गये थे. मैथ आसान था. रीजनिंग भी आसान था. करेंट से ज्यादा प्रश्न थे.
तो करायेंगे रि-एग्जामिनेशन : उक्त मामले में आयोग के अध्यक्ष संजीव कुमार सिन्हा ने रविवार को आयोग में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि फोन करके सभी डीएम को एलर्ट कर दिया गया था फिर भी कहीं-न-कहीं तो चूक हो रही है, प्रशासन को इस ओर देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि डीएम-एसपी की जो रिपोर्ट आयेगी उसके अनुसार कार्रवाई की जायेगी. हालांकि, आयोग की तरफ से किसी भी तरह की लापरवाही से उन्होंने इन्कार किया. यह जरूर कहा कि अगर डीएम की रिपोर्ट में प्रश्नपत्र सही पाये गये, तो रि-एग्जामिनेशन भी कराया जायेगा. फिलहाल अभी जैसे परीक्षा चल रही है चलती रहेगी. इसके अतिरिक्त समाचार पत्रों में प्रश्नपत्र लीक होने संबंधी समाचारों की प्रेस कटिंग राज्य के सभी जिला पदाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक को भेज निर्देश दिया गया है कि मामले की जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से हरसंभव सावधानी बरती जी रही है.
अधिक परीक्षार्थी शहर में प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण बढ़ा ट्रैफिक लोड
पटना : प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण रविवार को शहर में ट्रैफिक लोड बढ़ गया. इंटर स्तरीय एसएससी और सीटेट की परीक्षा देने करीब तीन लाख से अधिक परीक्षार्थी शहर में थे. परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने और लौटने के लिए वे भीड़ के रूप में सड़कों पर दिखे. इसकी वजह से रविवार के दिन भी शहर की सड़कों पर यातायात के साधन व्यस्त दिखायी दिये.
रविवार होने के बावजूद शहर की प्रमुख सड़कों मसलन बेली रोड, अशोक राजपथ, कुर्जी और दानापुर का इलाका, पाटलिपुत्र से लेकर इनकम टैक्स, बुद्ध मार्ग और रेलवे जंक्शन के क्षेत्र में दिन भर जाम लगा. सुबह सात बजे से ही छात्र अपने-अपने संबंधित सेंटर पर जाने को निकल पड़े थे. वहीं, देर शाम सात बजे तक ट्रैफिक जाम का सिलसिला चलता रहा.
सगुना मोड़ से सचिवालय आने में लगा एक घंटा : शाम पांच बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद बेली रोड का हाल ट्रैफिक जाम से खराब हो गया. सगुना मोड़ से राजा बाजार पुल पर परीक्षार्थियों की भीड़ पैदल चल रही थी. सगुना मोड़ से एक कार्यक्रम में भाग लेकर आ रहे गाड़ी सवार व्यक्ति ने बताया कि हम लोग सगुना मोड़ से शाम पांच बज कर बीस मिनट निकले थे. लेकिन, जाम इतना अधिक था कि सचिवालय के पास महज चार किमी की दूरी तय करने में एक घंटा से अधिक का समय लगा.


पटना : बोगियों पर कब्जा, स्लीपर कोच जनरल डिब्बे में तब्दील
पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में भाग लेने पटना आ रहे अभ्यर्थियों के चलते ट्रेनों में अच्छी खासी भीड़ रही. रविवार की सुबह और इससे पहले शनिवार-रविवार की रात पटना आने वाली सभी ट्रेनें एकदम फुल रहीं. इससे आम यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ी.
कमोबेश यही स्थिति अभ्यर्थियों के लौटते समय ट्रेनों में दिखी. ट्रेनों में चलने वाले सुरक्षाकर्मी भी अभ्यर्थियों की भीड़ के आगे नतमस्तक दिखे. अभ्यर्थियों ने इस दौरान स्लीपर से लेकर महिला कोच और विकलांग कोच में घुस जबरन यात्रा की. पटना जंक्शन, दानापुर रेलवे स्टेशन और राजेंद्र नगर टर्मिनल से गुजरने वाली ट्रेनों से सफर करने वाले आरक्षित बोगियों के यात्री काफी परेशान दिखे.
वहीं, सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी दिखे. कई ट्रेनों में सीट पर बैठने को लेकर मारामारी की स्थिति पैदा हो गयी. पटना सहित पूरे बिहार के अलग-अलग शहरों में तीन दिन तक परीक्षा आयोजित की जानी है. रविवार को परीक्षा का दूसरा दिन था. परीक्षा सुबह 9.30 बजे थी. इसको लेकर शनिवार रात से ही पटना और उसके आसपास के सभी बड़े स्टेशनों पर भीड़ ने ट्रेनों में घुसना शुरू कर दिया था. रविवार की दोपहर में परीक्षा समाप्त होते ही परीक्षार्थी घर वापसी के लिए जंक्शन पहुंच गये.

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