बिहार में अनाज का नहीं हो रहा समुचित उठाव : पासवान
केंद्रीय मंत्री ने श्याम रजक के हर आरोप का दिया जवाब
छह जुलाई को पटना में होगी खुली बहस
पटना : केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि बिहार में अनाज वितरण की प्रणाली कमजोर है. राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री श्याम रजक के आरोप के जवाब में उन्होंने कहा कि एफसीआइ के पास मार्च से अप्रैल तक खाद्यान्न पर्याप्त मात्र में उपलब्ध था. राज्य खाद्य निगम द्वारा उठाव नहीं होने पर 75 रैक अनाज रद्द करना पड़ा. एफसीआइ में मजदूरों की कमी के आरोप को निराधार बताया व कहा कि आवश्यकता से 354 मजदूर अधिक कार्यरत हैं.
मार्च से मई तक 12.27 लाख मीटरिक टन अनाज देने संबंधी आरोप के जवाब में कहा कि अप्रैल में काफह कम मात्र में निगम ने अनाज का उठाव किया. अनाज का उठाव 20 जून तक किया जाना है,जो बिहार के लिए कठिन है. वह रविवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में राज्य में एफसीआइ के पदाधिकारियों के साथ खाद्यान्न उठाव की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि खाद्य अधिनियम के तहत बेहतर प्रबंधन के लिए छह जुलाई को पटना में खुली बहस एसके मेमोरियल हॉल में होगी.
इसके पूर्व वह मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ समेत बेहतर प्रबंधन वाले राज्यों का दौरा करेंगे. देश के 12 राज्यों में खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू है, जिसमें बिहार भी शामिल है. अधिनियम को बिहार में लागू करने के लिए केंद्र को सालाना एक लाख 31 हजार करोड़ रुपये खर्च करना पड़ रहा है. एफसीआइ अधिकारी सत्यानंद ने बताया कि राज्य में एफसीआइ की 5.40 लाख मीटरिक टन भंडारण की क्षमता है. भंडारण की क्षमता 23 लाख मीटरिक टन होनी चाहिए.