पटना : पुलिस महानिदेशक केएस द्विवेदी ने राज्य के सभी थानेदारों को अपने यहां एक शिकायत पेटी रखने को कहा है ताकि कोई भी व्यक्ति गुप्त सूचना दे सके. साथ ही व्हाट्सएप ग्रुप साइबर सेनानी समूहों का गठन जल्दी करने को कहा है. साइबर अपराध काे पुलिस के लिए बड़ी चुनौती मानते हुए कहा कि इससे निबटने के लिए बिहार के 2200 पुलिस पदाधिकारी, लोक अभियोजक आैर न्यायिक पदाधिकारियों को साइबर अपराध को लेकर प्रशिक्षण दिया जायेगा.
पुलिस अधिकारी मीडिया को जानकारी दें, लेकिन इस तरह कि उसका दुष्प्रभाव न पड़े. डीजीपी शुक्रवार को साइबर अपराधों के अनुसंधान विषय पर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा वाल्मी में आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण सत्र के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. जानकारी दी कि राज्य के सभी जिलों में 40 सीसीएसएमयू काे क्रियाशील कर दिया गया है.
34 यूनिटों का गठन भी प्रक्रियाधीन है. कुछ ही दिनों में राज्य के सभी जिलों में 74 साइबर क्राइम एवं सोशल मीडिया यूनिटों को क्रियाशील करने जा रहे हैं. सीसीएसएमयू के लिए संसाधन और कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. डीजीपी ने प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र एवं पाठ्य सामग्री भी दी. डीजीपी ने ट्रेनिंग की गुणवत्ता और उसके आयोजन की सराहना भी की. अपर पुलिस महानिदेशक ईओयू जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रशिक्षण के औचित्य पर प्रकाश डाला.