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खीर वाले बयान पर बोले उपेंद्र कुशवाहा- न राजद से दूध मांगा और न ही भाजपा से चीनी
पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खीर वाले बयान पर गहमागहमी के बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी है. उन्होंने कहा कि वे समाज तोड़ने वालों में से नहीं हैं. समाज को जोड़ने को लेकर बयान दिया था. मेरी बातों का सही तरीके से व्याख्या होनी चाहिए. […]
पटना : रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खीर वाले बयान पर गहमागहमी के बाद उन्हें सफाई देनी पड़ी है.
उन्होंने कहा कि वे समाज तोड़ने वालों में से नहीं हैं. समाज को जोड़ने को लेकर बयान दिया था. मेरी बातों का सही तरीके से व्याख्या होनी चाहिए. हमने किसी दल से जोड़ कर बातें नहीं की थीं. कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने राजद से न तो दूध मांगा और न ही भाजपा से चीनी मांगी है. हमने समाज से मांगा है.
इसमें पार्टी कहां से आती है. मेरे बयान को किसी दल विशेष से जोड़कर क्यों देखा जाता है. हम सामाजिक न्याय की बात करते हैं. हम सभी से दोस्ती में विश्वास रखते हैं. रालोसपा मजबूत होगी तो एनडीए मजबूत होगा. एनडीए मजबूत होगा तो अगले साल नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे.
उल्लेखनीय है कि शनिवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में बीपी मंडल के जन्मशती समारोह को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि यदुवंशियों का दूध व कुशवंशियों का चावल मिल जाये तो खीर बनने से कोई रोक नहीं सकता है. खीर को स्वादिष्ट बनाने के लिए पंचमेवा यानी पचफोड़ना समाज को जोड़ने की जरूरत है.
बीपी मंडल जिस क्षेत्र से आते थे, वहां उस समाज के लोगों को पचफाेड़ना कहा जाता है. मिठास के लिए शंकर झा आजाद के यहां से चीनी व दलित नेता भूदेव चौधरी के यहां से तुलसी पत्ता लाकर डाल दिया जायेगा. परोसने में अल्पसंख्यक समाज का सहयोग होगा. यही सामाजिक न्याय की असली परिभाषा है.
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