पटना : पटना जंक्शन 24 घंटे और सातों दिन साफ-सुथरा रहे इसको लेकर प्लेटफॉर्मों व रेलवे ट्रैकों की सफाई की विशेष व्यवस्था होगी. वहीं, सफाई की ऑनलाइन निगरानी की जायेगी. शनिवार को दानापुर रेलमंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने जंक्शन स्थित वीवीआईपी लाउंज के शौचालय में लगाये गये फीडबैक डिवाइस का उद्घाटन करते हुए कहा कि इस डिवाइस के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी की जायेगी और पूर्व मध्य रेल में पहला डिवाइस है.
यह डिवाइस पटना जंक्शन के आठ शौचालयों में इंस्टॉल किया जा रहा है, जहां उपयोग करने वाले फीडबैक दे सकेंगे. इस डिवाइस में गलत फीडबैक देने वालों को भी चिह्नित कर लिया जायेगा. इससे आकलन में गलती की संभावना नहीं रहेगी. इसके साथ ही प्लेटफॉर्मों पर कैमरा लगाया जा रहा है, जो गंदगी देखते ही फोटो लेकर संबंधित अधिकारी को एलर्ट कर देगा.
वाहनों में मनचाहा नंबर लेने के लिए लगेगी बोली
मनचाहे नंबर में खेल
परिवहन विभाग द्वारा मनचाहा नंबर लेने में शुल्क निर्धारित करने के बावजूद नंबर लेने में जिला परिवहन कार्यालय में काफी खेल होता है. वीवीआईपी नंबर एक से लेकर नौ, समान अंक के दो नंबर, 786 सहित कुछ अन्य नंबर लोगों की ख्वाहिश होती है. पहले आओ-पहले पाओ का नियम होने के बावजूद मनचाहा नंबर लेने में पहले तरह-तरह का बहाना बनाया जाता है. यह सब जिला परिवहन पदाधिकारी की इच्छा पर निर्भर होता है. इस चक्कर में कभी-कभी मनचाहा नंबर यूं ही पड़ा रहता है. इससे सरकार को राजस्व नहीं मिल पाता है.
शुल्क निर्धारित
विभाग ने नंबर एक के लिए 25 हजार शुल्क निर्धारित कर रखा है. दो से नौ तक के लिए 15 हजार, समान अंक वाले नंबर के लिए 10 हजार है. अगर सीरीज नंबर के दौरान वाहन मालिक निर्धारित मनचाहा नंबर को छोड़ कर कोई और अन्य नंबर लेना चाहता है तो उसे पांच हजार रुपये देने पड़ते हैं.