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बिहार विधान परिषद : सीएम समेत 10 विधान पार्षदों ने ली शपथ, नीतीश, मोदी व राबड़ी की तीसरी, पूर्वे की चौथी पारी
खालिद ने उर्दू तो संजय व प्रेमचंद ने मैथिली में ली शपथ, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय नहीं पहुंचे पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित 10 नवनिर्वाचित विधान पार्षदों ने सोमवार को शपथ ली. वहीं विधान परिषद के एक अन्य नवनिर्वाचित सदस्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कर्नाटक […]
खालिद ने उर्दू तो संजय व प्रेमचंद ने मैथिली में ली शपथ, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय नहीं पहुंचे
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित 10 नवनिर्वाचित विधान पार्षदों ने सोमवार को शपथ ली.
वहीं विधान परिषद के एक अन्य नवनिर्वाचित सदस्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कर्नाटक विधानसभा चुनाव में व्यस्तता की वजह से शपथ लेने नहीं पहुंचे. विधान परिषद के एनेक्सी भवन में शाम चार बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा अधिकृत किये जाने के बाद उपसभापति हारूण रशीद ने नवनिर्वाचित पार्षदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी.
जदयू के खालिद अनवर ने उर्दू में, जबकि कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा और भाजपा के संजय पासवान ने मैथिली में शपथ ली. मुख्यमंत्री सहित सात अन्य सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली. शपथ लेने वाले अन्य सदस्यों में जदयू के रामेश्वर महतो, राजद के रामचंद्र पूर्वे व सैयद खुर्शीद मोहम्मद मोहसिन और हम के संतोष कुमार सुमन शामिल थे. शपथ समारोह में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी, सदानंद सिंह सहित कई मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक व विधान पार्षद मौजूद रहे.
राबड़ी बनेंगी नेता प्रतिपक्ष बनना तय
नये सदस्यों के शपथ लेने के बाद 75 सदस्यों वाले उच्च सदन में विभिन्न दलों की संख्या प्रभावित हुई है. सत्ताधारी दल जदयू परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बनी रही. जदयू के 32 और भाजपा के 22 सदस्य हैं.
80 विधायकों वाली पार्टी राजद का परिषद में तीसरा स्थान है. नौ सदस्यों के बूते राबड़ी देवी को परिषद में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिलना तय है. अशोक चौधरी के साथ चार सदस्यों के दल बदल के कारण कांग्रेस के सिर्फ दो सदस्य ही बच गये थे. अब उसके तीन सदस्य हो गये.
परिषद में अब ये नहीं दिखेंगे
छह मई को खाली हो रही 11 सीटों में से सिर्फ चार सदस्य ही दोबारा चुनकर आये हैं. शेष सात का कार्यकाल खत्म हो गया. इनमें जदयू के संजय सिंह, उपेंद्र प्रसाद, चंदेश्वर चंद्रवंशी, राजकिशोर कुशवाहा और भाजपा के लालबाबू प्रसाद शामिल हैं. भाजपा के सत्येंद्र नारायण सिंह का निधन हो गया है, जबकि दल-बदल के कारण जदयू के नरेंद्र सिंह की सदस्यता पहले ही खत्म हो गयी थी.
– नीतीश, मोदी व राबड़ी की तीसरी, पूर्वे की चौथी पारी
िवधान परिषद में नीतीश कुमार, सुशील मोदी और राबड़ी देवी की तीसरी और मंगल पांडेय की दूसरी पारी होगी. वहीं, रामचंद्र पूर्वे की यह चौथी पारी है. अन्य सभी छह सदस्य पहली बार विधान परिषद के सदस्य बने. इनमें संजय पासवान, प्रेमचंद मिश्रा, रामेश्वर महतो, खालिद अनवर, खुर्शीद मोहसिन और संतोष सुमन शामिल हैं. एक विधायक वाली जीतन राम मांझी की पार्टी हम की पहली बार परिषद में इंट्री हुई.
– नीतीश और तेजस्वी सामने आये तो मुस्कुरा दिये
शपथ समारोह के दौरान एक बेहद खास पल उस समय आया, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव आमने-सामने हुए. दोनों ने हाथ जोड़ कर एक-दूसरे का अभिवादन किया और एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे. यह देख साथ में खड़े नेता भी अपनी मुस्कान नहीं रोक पाये.
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