पटना: मरीज की मौत के बाद पीएमसीएच की इमरजेंसी में सुबह साढ़े दस बजे जूनियर डॉक्टर व कर्मचारी से परिजन भिड़ गये. हंगामा करीब एक घंटे तक चला. सही इलाज नहीं होने व मौत से आक्रोशित परिजनों ने हंगामा किया.
परिजनों ने डॉक्टर व कर्मचारियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. डॉक्टरों ने काम छोड़ कर प्राचार्य का घेराव किया. इस कारण लगभग डेढ़ घंटे तक मेडिकल इमरजेंसी का काम बाधित रहा. प्राचार्य और अधीक्षक ने उनकी मांगों को सुना और आश्वासन दिया कि मांगों को दो दिनों में पूरा कर देंगे. जूनियर डॉक्टरों ने भी अस्पताल प्रशासन को 15 दिनों की मोहलत दी है. हंगामा के दौरान आक्रोशित परिजनों ने तोड़ फोड़ की कोशिश की, पर सुरक्षा कर्मचारी व अस्पताल कर्मचारियों के प्रयास से ऐसा नहीं हो पाया.
सुविधा नहीं रहने के कारण हंगामा
भरती मरीजों के लिए बीपी मशीन, इसीजी व ऑक्सीजन पाइप लाइन खराब है. इस कारण इलाज में परेशानी होती है और परिजन आक्रोशित हो जाते हैं. बताया गया कि ऑक्सीजन के प्वाइंट में खराबी के कारण निमोलाइजर देने में परेशानी हो रही है. इसके कारण भी अक्सर हंगामा होता रहता है.
कहते हैं प्राचार्य
इस संबंध में प्राचार्य अमर कांत झा अमर ने बताया कि इमरजेंसी में परिजनों ने हंगामा किया था. इस कारण जूनियर डॉक्टर नाराज हो गये थे. उन्होंने अपनी मांगों की कॉपी हमे दी है, जिन्हें हम दो दिनों में पूरा करेंगे.
तो जायेंगे हड़ताल पर
जेडीए अध्यक्ष डॉ राकेश कुमार ने बताया कि परिजन हम पर इलाज में कोताही का आरोप लगाते हैं, लेकिन सच्चई है कि इमरजेंसी में बीपी मशीन, इसीजी व कई उपकरण नहीं हैं. आज भी इसी कारण से हंगामा हुआ. हमने मांगों की कॉपी सौंप दी है. अगर 15 दिनों में हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तो हम हड़ताल पर चले जायेंगे.