पटना : एनआइटी छात्र विवेक आनंद हत्याकांड में रविवार को न्यायालय के समक्ष 164 के तहत देव व सुमित कुमार का बयान दर्ज कराया गया. इस दौरान सुमित व देव ने पुलिस को दिये गये बयान के अनुसार ही जानकारी दी है. सुमित ने बताया कि वह केवल यह देखने के लिए गया था कि किस तरह से किसी लड़की को प्रपोज किया जाता है.
देव ने भी यह बताया कि विवेक उसे दोस्ती कराने के लिए साथ में ले गया था. इसी बीच, साइकिल सवार एक व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी थी और निकल भागा था. हालांकि इन दोनों के बयान की सत्यता की जांच में पुलिस लगी है. पुलिस को इस बात पर शक है कि वे लोग पुलिस को कहानी बना कर भरमाने का भी प्रयास कर सकते हैं.
सीसीटीवी का वीडियो फुटेज आया काम : पुलिस ने देव व सुमित के बयान के आधार पर यह जानकारी प्राप्त कर ली थी कि गोली मारनेवाला व्यक्ति बोरिंग रोड की ओर साइकिल से निकला है. इसके बाद बोरिंग रोड के तमाम सीसीटीवी के वीडियो फुटेज को देखा गया तो साइकिल पर सवार सिपाही की पहचान कर ली गयी. लेकिन वह सिपाही था या कोई और, इसकी पुष्टि उस समय नहीं की जा सकी. उस समय वह सिविल ड्रेस में था.
गोली के नंबर से हुआ था खुलासा : पुलिस ने प्वाइंट थ्री एट की गोली विवेक आनंद के सिर के अंदर से बरामद की गयी थी. यह गोली आमतौर पर पुलिस रिवॉल्वर की होती है. इससे यह पता चल गया कि गोली किसी पुलिसवाले के रिवॉल्वर से ही चली है. गोली के नंबर से यह जानकारी मिल गयी कि वह सिपाही प्रमोद कुमार को इश्यू हुई थी. इसके बाद प्रमोद को पकड़ लिया गया.
जांच के लिए भेजा गया एफएसएल : पुलिस ने उसके पास से बरामद सर्विस रिवॉल्वर व कारतूस को जांच के लिए एफएसएल भेज दिया है. सचिवालय डीएसपी डॉ मो शिबली नोमानी ने बताया कि एफएसएल की जांच रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हो जायेगी कि उसी रिवॉल्वर से ही गोली चली थी, जो उसे लगी थी.