Advertisement
बिहार : पटना जू बन गया अधिकारियों के निजी जानवरों का बसेरा
पटना : किसी भी सरकारी कार्यालय में अधिकारी छोटे-बड़े नियमों का हवाला देते हुए कितनी तिकड़म करते हैं, ये किसी से छुपी हुई नहीं है. लेकिन, जब लाभ उठाने की बारी आती है, तो उसे किसी भी मौके को जाया नहीं होने देते हैं. संजय गांधी जैविक उद्यान यानी पटना जू जिसका विवादों से लगातार […]
पटना : किसी भी सरकारी कार्यालय में अधिकारी छोटे-बड़े नियमों का हवाला देते हुए कितनी तिकड़म करते हैं, ये किसी से छुपी हुई नहीं है. लेकिन, जब लाभ उठाने की बारी आती है, तो उसे किसी भी मौके को जाया नहीं होने देते हैं.
संजय गांधी जैविक उद्यान यानी पटना जू जिसका विवादों से लगातार जुड़ाव रहा है, वहां से एक और चौंकानेवाली खबर है कि जू के परिसर में निजी जानवर भी रखे गये हैं. उद्यान के एक पूर्व निदेशक और एक रेंजर के गाय व बछड़े अभी जू परिसर में रखे जाते हैं, वहां उनकी सेवा टहल भी होती है. जू के कर्मचारी गाय को चारा देने से लेकर दूध निकालने का भी काम करते हैं.
गाय के दूध का भी लुत्फ उठा रहा अधिकारी का परिवार : हद हाल तो यह है कि गायों के दूध का लुत्फ भी अधिकारी और उनके परिवार वाले उठाते हैं. सुबह में निदेशक तो शाम में रेंजर के घर पर दूध जाता है. तीन महीने से ज्यादा समय से तीन गाय और दो बछड़े जू परिसर में ही बंधे हुए हैं.
निदेशक के आवास पर ये जानवर बंधे हुए हैं. सेटिंग इतनी बेहतर है कि तीन महीने से ज्यादा वक्त ट्रांसफर के बीत गये हैं, लेकिन अभी तक जानवर यहां से नहीं ले जाया गया है. ठसक भी ऐसी की अभी तक सेवा टहल के लिये जू के कर्मचारियों पर रुआब कायम है. संजय गांधी जैविक उद्यान में पूर्व निदेशक और रेंजर के गाय व बछड़ों का खटाल
गाय व बछड़े को हटाने का दिया गया है मौखिक आदेश
प्रभात खबर को विश्वस्त सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली है कि वर्तमान निदेशक कमलजीत सिंह ने पूर्व निदेशक व रेंजर को जू परिसर से गाय हटाने को मौखिक तौर पर निर्देश दिया है.
इसके बाद भी अभी तक न तो निजी जानवर हटाये गये हैं और न ही जू प्रशासन की ओर से कुछ भी कार्रवाई की गयी है. इस संबंध में जब वर्तमान निदेशक कमलजीत सिंह से मोबाइल पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. जू प्रशासन से जानकारी मिली है कि वे किसी आधिकारिक दौरे पर पटना से बाहर हैं.
लालू के मॉल की मिट्टी जू में खपाने को लेकर हुआ था निदेशक का तबादला : मालूम हो कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के मॉल की मिट्टी जू में खपाने को लेकर भी पूर्व निदेशक की भूमिका संदेह के घेरे में रही थी.
बीजेपी के साथ नयी सरकार बनने के बाद वन व पर्यावरण मंत्री सह उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सत्ता संभालने के बाद तबादला कर दिया था. साथ ही पूरे मामले की जांच करायी जा रही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले की निगरानी जांच की घोषणा की है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement