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बिहार : पीएमसीएच में 200 करोड़ से शुरू होंगे आठ सुपर स्पेशियलिटी विभाग : चौबे
पटना : पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में आठ अतिरिक्त सुपर स्पेशियलिटी विभागों की शुरुआत होगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने 200 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. साथ ही पीएमसीएच में बुजुर्गों के लिए जेरियाट्रिक क्लिनिक सेवा भी अलग भवन में शुरू की जायेगी. गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पीएमसीएच […]
पटना : पटना मेडिकल काॅलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में आठ अतिरिक्त सुपर स्पेशियलिटी विभागों की शुरुआत होगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने 200 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. साथ ही पीएमसीएच में बुजुर्गों के लिए जेरियाट्रिक क्लिनिक सेवा भी अलग भवन में शुरू की जायेगी.
गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पीएमसीएच जाकर इन योजनाओं की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने इसे बेहतर संस्थान बनाने के लिए अस्पताल की इमरजेंसी सहित लाइब्रेरी और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के निदेशक और डॉक्टरों के साथ बैठक की.
चौबे ने बताया कि पीएमसीएच में चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आठ अतिरिक्त सुपरस्पेशियलिटी विभागों के लिए 200 करोड़ रुपये दिये गये हैं. इनमें 125 करोड़ संरचना पर खर्च होंगे, जबकि शेष राशि से उपकरण और सामग्री की खरीद की जायेगी. जिन विभागों के भवन व संरचना निर्माण के लिए राशि दी गयी है, उनमें न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्रायोनोलॉजी, हीमेटोलॉजी, पेडियाट्रिक सर्जरी और रेडियोथिरेपी शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि इन विभागों के भवनों के निर्माण के लिए मिट्टी की जांच का काम किया जा चुका है. दिसंबर, 2018 तक सात मंजिला भवन का निर्माण पूरा कर लिया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से ओएसडी डाॅ रंजीत कुमार और एम्स के निदेशक को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है. भवन के निर्माण के बाद यहां डीएम और एमसीएच कोर्स की शुरुआत की जायेगी और एम्स जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा पीएमसीएच में जेरियाटिक सेवा आरंभ की जायेगी. इसमें बुजुर्गों के इलाज के लिए देश भर में 20 जगहों पर जरा वार्ड शुरू होगा. चार करोड़ 13 लाख रुपये आकर रखे हुए हैं. जमीन की व्यवस्था होने पर और भी सहयोग मिलेगा. मुख्यमंत्री ने भी इसे वर्ल्ड क्लास का मेडिकल काॅलेज बनाने की घोषणा की है.
यहां की लाइब्रेरी को नेशनल मेडिकल लाइब्रेरी से जोड़ा जायेगा. जितने बड़े मेडिकल कालेज हैं, उनको ई-क्लास से जोड़ा जा रहा है. पीएमसीएच समेत 50 मेडिकल काॅलेजों को भी जोड़ा जायेगा. देश भर में 273 जर्नल निकलते हैं, उनको देखने का मौका मिल जायेगा. शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है.
पीएमसीएच और आईजीआईसी में की स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा
ये शुरू होंगे आठ सुपर स्पेशियलिटी
– न्यूरोलॉजी
– न्यूरो सर्जरी
– गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी
– नेफ्रोलॉजी
– इंडोक्रायोनोलॉजी
– हीमेटोलॉजी
– पेडियाट्रिक सर्जरी
– रेडियोथिरेपी
एमबीबीएस की 79 हजार व पीजी की 34 हजार सीटें बढ़ायी गयीं
चौबे ने बताया कि देश में कुल 10 लाख डाॅक्टर हैं. इनमें दो लाख निजी क्षेत्र में, जबकि दो लाख सार्वजनिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की कमी को पाटने के लिए लिए एमबीबीएस में 79 हजार सीटें और पीजी में 34 हजार सीटें बढ़ायी गयी हैं. प्रधानमंत्री का कहना है कि 2020 तक देश में डॉक्टर और मरीज का अनुपात 1:6 के करीब लाया जा सकेगा.
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