पटना: सृजन घोटाले की जांच सीबीआई ने व्यापक स्तर पर शुरू कर दी है. इसकी जांच को पूरी मुस्तैदी से करने के लिए सीबीआई की करीब 14 सदस्यीय विशेष टीम नयी दिल्ली से आयी हुई है. सभी अधिकारी भागलपुर ने सबौर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में अपना कैंप कार्यालय बनाया है. इसमें ही रह कर सीबीआई की टीम मामले की गहन जांच कर रही है.
जांच को गति देने और कम समय में इसे पूरा करने के अलावा अन्य स्तर पर मदद मुहैया कराने के लिए पुलिस मुख्यालय से पुलिस बल की मांग की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब 25 पुलिसकर्मियों की मांग की गयी है, जिसमें डीएसपी से लेकर दारोगा तक के पदाधिकारी शामिल हैं. इस मांग के बाद पुलिस मुख्यालय ने ऐसे कर्मियों की खोज शुरू कर दी है.
सीबीआई ने ऐसे पुलिसकर्मियों को मांगा है, जिन्हें ऐसे मामले में कार्रवाई या जांच करने का अच्छा-खासा अनुभव हो. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ऐसे 25 ट्रेंड और उपयुक्त कर्मियों की खोज शुरू कर दी है. इसमें आर्थिक अपराध इकाई (इओयू), सीआइडी समेत अन्य सभी विंग से पुलिसकर्मियों को लेकर टीम तैयार की जायेगी. पुलिस मुख्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार, इस तरह के कर्मियों के चयन का कार्य करीब पूरा कर लिया गया है. एक-दो दिन में सभी कर्मियों को भागलपुर भेज दिया जायेगा. इस जांच में सीबीआइ की टीम को हर तरह से मदद मुहैया करायी जायेगी.
सृजन घोटाले की जांच काफी तेजी से और व्यापक स्तर पर शुरू हो गयी है. इसके सभी पहलुओं पर पूरी मुस्तैदी से जांच करने के लिए सीबीआइ की टीम ने यहां रह कर ही पूरी कार्रवाई को अंजाम देने का निर्णय लिया है, ताकि जरूरत पड़ने पर इससे जुड़े किसी संदिग्ध व्यक्ति या संस्थान से कभी भी पूछताछ की जा सके. किसी को समन जारी करके या हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सके.
कई सफेदपोशों की संलिप्तता आयेगी सामने
प्राप्त सूचना के अनुसार, घोटाले की आंच बड़े सफेदपोशों तक पहुंचने जा रही है. यह तय माना जा रहा है कि इसमें कई बड़े व्यवसायी, राजनेता, अधिकारियों समेत अन्य लोगों की मिलीभगत सामने आयेगी. जब तक जांच जारी रहेगी, यह टीम यहीं रहेगी. जरूरत पड़ने पर सीबीआइ के कुछ अन्य अधिकारियों को भी बुलाया जा सकता है.