* पंचायतों का दौरा करेंगे जनप्रतिनिधि
पटना : गरमी में पेयजल की समस्या से निबटने के लिए सांसद-विधायक खुद क्षेत्र का दौरा करेंगे. जनप्रतिनिधियों की टीम संबंधित अधिकारियों के साथ पंचायतों में जाकर चापाकलों का हाल देखेगी और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें दुरुस्त भी करायेगी.
चापाकलों की छोटी-मोटी गड़बड़ियों को दूर करने के लिए 16 मोबाइल टेक्नीशियन वैन तैनात किये जायेंगे. इस पर 46 लाख रुपये की लागत आयेगी. शनिवार को जिला निगरानी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. सांसद-सह-समिति के अध्यक्ष डॉ रंजन प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पेयजल के साथ पीएमजीएसवाइ, मनरेगा, इंदिरा आवास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना व ग्रामीण विद्युतीकरण की समीक्षा भी की गयी.
* 11 से शुरू होगा अभियान
अध्यक्ष डॉ यादव ने बताया कि 11 मई के बाद सभी सदस्य संबंधित अधिकारी के साथ प्रखंड-पंचायत में जाकर लोगों से मिल कर पेयजल का हाल लेंगे. छूटे पंचायत-गांवों को पीएमजीएसवाइ के तहत सड़कों से जोड़ा का प्लान तैयार होगा. इसके लिए सभी सदस्यों को 15 दिनों के अंदर प्रस्ताव देने के लिए कहा गया है.
गहराई कम, सूखे चापाकल: सांसद रामकृपाल यादव ने चापाकलों की खस्ता हालत पर सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि अधिकांश जगहों पर कम गहराई की बोरिंग के चलते चापाकल खराब पड़े हैं. उन्होंने राज्यांश से ट्रांसफॉर्मर लगाये जाने की जानकारी भी मांगी. सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने बाढ़ अनुमंडल में ठेकेदारी में गड़बड़ी का मामला उठाया.
मौके पर दानापुर की विधायक आशा देवी, दीघा की पूनम देवी व पालीगंज की ऊषा विद्यार्थी सहित कई प्रखंड प्रमुख, डीएम डॉ एन सरवण कुमार, डीडीसी सीमा त्रिपाठी सहित अधिकारी मौजूद थे.