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जानिए कैसे पौने चार सौ करोड़ रुपये से वंचित हो सकता है बिहार

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना – पावर सब स्टेशन के निर्माण में देरी का मामला, योजना के तहत बनाये जाने हैं 288 सब स्टेशन दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में पूरे राज्य में 288 पावर सब स्टेशन का निर्माण होना है. ठेकेदारों को काम आवंटित हुए छह माह से अधिक हो गया लेकिन अभी भी […]

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना – पावर सब स्टेशन के निर्माण में देरी का मामला, योजना के तहत बनाये जाने हैं 288 सब स्टेशन

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में पूरे राज्य में 288 पावर सब स्टेशन का निर्माण होना है. ठेकेदारों को काम आवंटित हुए छह माह से अधिक हो गया लेकिन अभी भी कई जगहों पर काम शुरू नहीं हो पाया है. कुछ जगहों पर जमीन भी नहीं मिल पायी है. दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना पर 5827. 21 करोड़ खर्च होना है. अगर समय पर काम पूरा हुआ तो 15 फीसदी इंसेटिव भी मिलेगा. काम की धीमी रफ्तार को देख लगता है कि कहीं बिहार 15 फीसदी इंसेटिव जो करीब पौने चार सौ करोड़ होता है, उससे वंचित नहीं हो जाये.

दक्षिण बिहार बिजली वितरण कंपनी के अधीन 17 जिलों में 117 और नॉर्थ बिहार बिजली वितरण कंपनी के अधीन 21 जिलों में 171 पावर सब स्टेशन का निर्माण होना है. बिजली कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि समय पर योजना पूरी होगी.

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना का मुख्य फोकस कृषि फीडर और सांसद आदर्श ग्राम योजना पर है. 2018 के अंत तक इस योजना को पूरा होना है. सब स्टेशन और फीडर निर्माण पर 5827.21 करोड़ खर्च होगा. एक सब स्टेशन के निर्माण पर तीन से चार करोड़ का खर्च आता है. इसके बनने में सात से आठ माह का समय लगता है. सभी जगह पांच-पांच एमवीए का दो-दो ट्रांसफॉर्मर लगना है.

170 पावर सब स्टेशन के लिए ही मिल पायी है जमीन : आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अबतक करीब 170 पावर सब स्टेशन के लिए ही जमीन उपलब्ध हो पाया है. राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों से जल्द जमीन उपलब्ध कराने को कहा है. बिजली राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है. राज्य सरकार बिजली आपूर्ति के सातों दिन 24 घंटे के कंसेप्ट पर काम कर रही है.

कृषि सेक्टर के लिए आठ घंटे बिजली : दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में कृषि सेक्टर को लगातार आठ घंटे बिजली मिलेगी. इसके लिए राज्य को तीन भाग में बांटकर अलग से फीडर बिछाया जायेगा. इस योजना में नॉर्थ बिहार में 3394 करोड़ तथा साउथ बिहार में 2433 करोड़ खर्च होगा. इस योजना में साठ हजार से अधिक नया ट्रांसफॉर्मर लगाया जायेगा. पुराने पावर सब स्टेशनों की क्षमता बढ़ायी जानी है. दीनदयाल योजना से सबसे अधिक लाभ किसानों को ही मिलेगा. अभी राज्य में कृषि कार्य के लिए अलग फीडर नहीं है. इस योजना से किसानों को पटवन में काफी सहूलियत होगी.

सबसे अधिक पटना में 17, सबसे कम शिवहर में बनेंगे दो सब स्टेशन

दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में सबसे अधिक पावर स्टेशन 17 पटना में और सबसे कम दो शिवहर में बनना है. इसके अलावा रोहतास में तेरह औरंगाबाद, पूर्वी चंपारण दरभंगा में बारह-बारह, मधुबनी, समस्तीपुर व गया में ग्यारह-ग्यारह गोपालगंज, सहरसा, सारण, सीवान, वैशाली में दस-दस बेगूसराय, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी में नौ-नौ, अररिया, जमुई व कैमूर में आठ-आठ किशनगंज, पूर्णिया, बांका, मुंगेर में सात-सात मधेपुरा, मुजफ्फरपुर में छह-छह, खगड़िया, लखीसराय व नवादा में पांच-पांच, सुपौल, भोजपुर, बक्सर व नालंदा में चार-चार और कटिहार, अरवल, भागलपुर, जहानाबाद, शेखपुरा में तीन-तीन पावर सब स्टेशन बनना है.

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