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दरवाजे पर दिखने लगे वार्ड पार्षद
नवादा कार्यालय : निकाय चुनाव को लेकर नगर पर्षद के वार्डों में वोटों के गणितीय समीकरण की जोड़-तोड़ परवान चढ़ने लगी हैं. चौक चौराहे, गली नुक्कड़ पर आम व खास लोगों की गरमागरम बहस लोगों का ध्यान बरबस खींच रहा है. आनेवाले महीनों में नगर पर्षद के 33 वार्डों में चुनाव में प्रत्याशियों की दावं […]
नवादा कार्यालय : निकाय चुनाव को लेकर नगर पर्षद के वार्डों में वोटों के गणितीय समीकरण की जोड़-तोड़ परवान चढ़ने लगी हैं. चौक चौराहे, गली नुक्कड़ पर आम व खास लोगों की गरमागरम बहस लोगों का ध्यान बरबस खींच रहा है.
आनेवाले महीनों में नगर पर्षद के 33 वार्डों में चुनाव में प्रत्याशियों की दावं पेच ने अंजाम लेना शुरू कर दिया है. तृणमूल स्तर पर बननेवाली जनता की सरकार में प्रत्याशी बनने को लेकर उत्साह चरम पर हैं. दो तीन मुहल्ले से बनी एक वार्ड में छुटभैये नेता किस्मत आजमाने को लेकर पुरजोर कोशिश में जुट गये हैं. नये-नये तरीकों से जनता जनार्दन को लुभाने का प्रयास भी आकार लेने लगा है. नये आरक्षण रोस्टर में कई वार्डों में प्रत्याशियों की सीटें बचनी मुश्किल हो गयी है. जबकि, किसी वार्ड में आरक्षण के कारण नये समीकरण भी उभर कर सामने आने लगे हैं. ग्राउंड लेवल पर संभावित प्रत्याशी जनता की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है.
आरक्षण रोस्टर ने बदला कई वार्डों का समीकरण पिछले साल नवंबर के अंतिम पखवारे में जारी नगर पर्षद के वार्डों में आरक्षण रोस्टर ने कई वार्डों में चुनावी भिंडत को मजेदार बना डाला है.
आरक्षण हटने व कई वार्डों में नये आरक्षण लागू होने से नये समीकरण उभर कर सामने आने लगे हैं. पूर्व में कई वार्ड महिला आरक्षित वार्ड हुआ करते थे. लेकिन, इस बार चुनावों में इन सीटों को अनारक्षित व पिछड़ा वर्ग के अन्य लोगों के लिए मुक्त कर दिया गया है. इसी तरह कई अनुसूचित व पिछड़ा वर्ग, आरक्षित वार्ड अब सामान्य वर्ग घोषित कर दिये गये हैं. ऐसे में चुनावों में कई नये चेहरे भी जोर आजमाइश करने की जुगत में जुट गये हैं.
टोलों-मुहल्लों के चक्कर काट रहे पार्षद वार्ड पार्षद आनेवाले चुनावों में फिर से अपनी जीत पक्की करने के लिए टोलों-मुहल्लों में लोगों से संपर्क अभियान में जुट गये हैं. अमूमन कई वार्डों में दूज का चांद बन गये पार्षद भी वोटरों के घरों के दरवाजों पर दिखने लगे हैं. टूटी-फूटी गलियों, नालियों की मरम्मत कराने में भी पार्षद बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. वार्डों में जाति आधारित वोट को जोड़ने-तोड़ने को समीकरण बनाये जा रहे हैं. मुहल्लों की चाय की गुमटियों पर सुबह-शाम चाय की चुस्कियों पर नये व पुराने प्रत्याशियों के जीत व हार के समीकरण तलाशे जा रहे हैं.
वोटरों को रिझाने का प्रयास वोटरों को रिझाने के लिए नये साल की शुरुआत से ही होर्डिंग, बैनर, पोस्टर लगा कर शुभकामना संदेश व वार्डों की बेहतरी की रणनीतियां जनता को बतायी जा रही हैं. इधर, वार्ड नंबर 20 में वार्ड पार्षद सुनील देवी की तरफ से नयी पहल की गयी हैं.
महादलित बस्ती की गलियों में जेनेरेटर से रोशनी की व्यवस्था की गयी हैं. निजी टंकी से लोगों के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था हो रही है. कृष्णा चौधरी उर्फ पड़कन चौधरी वोटरों को एकजुट करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. आनेवाले चुनावों में विभिन्न वार्डों के प्रत्याशी किन दावं पेच से वोटर की जोड़-तोड़ में कामयाब होंगे. चंद वोटों से जीत हार के इस चुनाव में वोटर क्या गुल खिलाते हैं. यह बड़ा ही रोमांचक होने जा रहा हैं.
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