नवादा कार्यालय : नवंबर, 2015 में चलाये गये पल्स पोलियो अभियान की समीक्षा के क्रम में शाम की ब्रीफींग के दौरान अनुपस्थित रहे हिसुआ, नरहट व वारिसलीगंज के बीडीओ के वेतन रोकने का आदेश डीएम मनोज कुमार ने दिया है.
उन्होंने 17 जनवरी से शुरू होने वाले पल्स पोलियो अभियान व नियमित टीकाकरण की समीक्षा की़ इस दौरान दोषी पाये गये संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा और कहा कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान प्रतिदिन शाम में होने वाली ब्रीफींग में एमओआइसी, बीडीओ, सीडीपीओ व बीएचए अनिवार्य रूप से उपस्थित हो होंगे.
सुबह में दवा वितरण के समय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व हेल्थ मैनेजर उपस्थित रहेंगे. इस दौरान उन्होंने नियमित टीकाकरण में एएनएम के कार्यों की समीक्षा की और खराब प्रदर्शन करने वाली एएनएम को निलंबित करने के लिए प्रस्ताव भेजने निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय है कि जिले में वैक्सिन की कोई कमी नहीं है और एएनएम की संख्या भी बढ़ गयी है, फिर भी नियमित टीकाकरण में जिले का प्रदर्शन काफी खराब है.
उन्होंने कहा कि खराब प्रदर्शन की जवाबदेही तय होगी. काम नहीं करने वाले की व्यवस्था में कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अनुपस्थित पाये जाने वाले डॉक्टरों व कर्मिचारियों पर भी कार्रवाई होगी. प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र में दवा की उपलब्धता, एक्स-रे च अल्ट्रासाउंड काम करेगा. सतरंगी चादर का उपयोग, सफाई व जेनेरेटर की उचित व्यवस्था व जननी बाल सुरक्षा का अद्दतन भुगतान हर हाल में सुनिश्चित करायें. डीएम ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि अवैध तरीके से चल रहे नर्सिंग होम, क्लिनिक, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे को अभियान चला कर बंद करायें.
अन्यथा पकड़े जाने पर संबंधित प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सिविल सर्जन एक सप्ताह के अंदर स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित डॉक्टरों का रोस्टर बनाएं व उसका कड़ाई के साथ पालन करायें.
उक्त बैठक में सिविल सर्जन श्री नाथ प्रसाद, एसएमओ डॉ देवाशीष मजूमदार, डीपीआरओ परिमल कुमार, डीपीओ मोहम्मद कबीर, डीआइओ डॉ अशोक कुमार सहित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बीएचएम उपस्थित थे.