गया मगध आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने प्रमंडलीय समीक्षा के दौरान नवादा जिले में स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन का रेकॉर्ड काफी खराब पाया. हर मोरचे पर खराब परफॉर्मेंस को देखते हुए आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास ली और क्षेत्रीय उपनिदेशक स्वास्थ्य (आरडीडीएच) डॉ विनय यादव व रीजनल प्रोग्राम मैनेजर पीयूष कुमार को शनिवार व रविवार को नवादा जिला मुख्यालय में कैंप करने का आदेश दिया.
साथ ही आयुक्त ने प्रभारी सिविल सर्जन को आदेश दिया कि इस बैठक से नवादा लौटते ही वह ऐसे 10 आशा कार्यकर्ताओं पर एफआइआर करेंगे, जो नवादा सदर अस्पताल में 24 घंटे कुंडली मार कर बैठी रहती हैं और सदर अस्पताल में प्रसव के लिए आनेवाली प्रसूतियों को अपने निजी लाभ को लेकर शहर में स्थित निजी अस्पतालों में भरती कराती हैं. इससे मरीजों से आर्थिक दोहन भी किया जा रहा है और उनकी जानमाल को भी खतरा हो रहा है. आयुक्त ने कड़े लहजों में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सदर अस्पताल किसी भी जिले का सिरमौर होता है. जिले की प्रतिष्ठा सदर अस्पताल से जुड़ी रहती है. जब सदर अस्पताल की ही स्थिति दयनीय है तो जिले के अन्य अस्पतालों से बेहतर कामकाज की आशा कैसे रखेंगे. अस्पताल में दलाली किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं होगी. अस्पताल में दलाली करनेवाली आशा कार्यकर्ताओं को बरखास्त करने के बजाय उनके विरुद्ध एफआइआर दर्ज करायें. आयुक्त ने सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर की ओर इशारा करते हुए कहा कि अनुबंध पर बहाल अधिकारियों को उनकी सेवा से बरखास्त करने में जरा भी समय नहीं लगेगा. स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के प्रति गंभीर हों, अन्यथा कार्रवाई को लेकर तैयार रहें. कोताही किसी भी सूरत में बरदाश्त नहीं होगी.
नसबंदी को लेकर हों गंभीर
आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुरुष नसबंदी को लेकर वे गंभीर रहें. एक डॉक्टर एक गांव का चयन करें और वहां के लोगों को नसबंदी कराने को लेकर प्रेरित करें.
जिला मुख्यालय से डॉक्टरों की करें तैनाती
समीक्षा के दौरान आयुक्त ने पाया कि एक चिकित्सा पदाधिकारी के कंधों पर दो-दो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नवादा जिला मुख्यालय में पोस्टेड सीनियर डॉक्टरों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की जिम्मेवारी दें. रोह स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अगर प्रभारी नहीं हैं तो वहां तुरंत तैनाती करें.