बिहारशरीफ : बिहार आयुष चिकित्सा संघ द्वारा बुधवार को स्थानीय खंदकपर स्थित पुष्पांजलि ग्रुप ऑफ मैनेजमेंट में एलेक्ट्रो होमियोपैथी के जनक डॉ. काउंट सीजर मैटी की 208 वीं जयंती धूम-धाम से मनायी गयी. इस मौके पर संघ के संयोजक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि डॉ. मैटी का जन्म इटली के बोलग्ना शहर में हुआ था. उन्होंने तात्कालिक सभी प्रचलित चिकित्सा पद्धतियों का अध्ययन कर उनकी खामियों को दूर करते हुए एलेक्ट्रो होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति की खोज की थी.
आज इस पद्धति से कई असाध्य रोगों को आसानी से ठीक किया जा रहा है. इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एमएन जावेद, डॉ. अरूण कुमार मयंक, डॉ. राजीव रंजन, डॉ. प्रेम रंजन, डॉ. चंद्रमणी, डॉ. अयोध्या प्रसाद, डॉ. संजय कुमार, डॉ. मधुकर,डॉ. अनल कुमार, वैद्य देवकान्त कश्यप, पुष्पांजलि गु्रप के डॉ. नियाज अहमद आदि उपस्थित थे. इधर एलेक्ट्रो होमियोपैथी के जनक डॉ. मैटी की जयंती पर देवीसराय स्थित नेचरो एलेक्ट्रो कम्पलेक्स होम्यो मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में दो दिवसीय नि:शुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया.
शिविर का उद्घाटन करते हुए एलेक्ट्रो होमियोपैथी विकास समिति के अध्यक्ष डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि डॉ. मैटी की कठोर तपष्या के फलस्वरूप की 1865 में इस चमत्कारी चिकित्सा पद्धति की खोज हुई. आज पूरा विश्व इस चिकित्सा पद्धति से लाभान्वित हो रहा है. इस मौके पर डॉ. उपेन्द्र कुमार ने कहा कि वनस्पतियों द्वारा निर्मित यह औषधी विभिन्न रोगों पर तेजीसे कार्य कर उसे समूल नष्ट कर देता है. जहां कई बीमारियों के इलाज में ऑपरेशन की जरूरत बताई जाती है, वहां एलेक्ट्रो चिकित्सा पद्धति बिना चिर-फाड़ के बीमारी को ठीक कर देती है. इस मौके पर डॉ. अरविन्द कुमार, डॉ. अमर प्रसाद, धीरेन्द्र कुमार, मो. अली, पिंटू कुमार आदि उपस्थित थे.