बिहारशरीफ : पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि सूबे में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है.यहां जिसकी लाठी उसकी भैंस की कहावत चरितार्थ हो रही है. कानून का राज समाप्त हो गया है. सभी ओर अराजकता का माहौल है.यह बात उन्होंने मंगलवार को स्थानीय प्रोफेसर कॉलोनी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं. उन्होंने कहा कि हरनौत के लोहरा शराब प्रकरण के मामले में महागंठबंधन के कोई नेता नहीं कुछ बोल रहे हैं.
चुप्पी का सहज कारण यह है कि महागंठबंधन के नेता भी भलि भांति मामले को समझ रहे हैं. महागंठबंधन के अन्य दल के लोग भी यह मान रहे हैं गलत लोगों को सरकार बचा रही है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के मामले में गंदी राजनीति की जा रही. सूबे की जनता समझ चुकी है. अब तक सिर्फ नालंदा में ही शराबबंदी के बाद तीन सौ लोगों को पकड़ा गया है. उक्त सभी लोगों का भी कहना कि निर्दोष है. उक्त सभी मामले की भी जांच क्यों नहीं सरकार द्वारा की जा रही है. जब पार्टी के नेता की बात आयी तो यह कहना कि गलत तरीके से फंसाया गया है.
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ भगत ने कहा कि सूबे के गोपालगंज का मामला हो या नालंदा का यह दोनों सरकार के दो प्रमुख नेताओं का गृह जिला है. जहां शराबबंदी के बाद किस तरह की घटनाएं हो रही है. जिलाध्यक्ष रामसागर प्रसाद सिंह ने कहा कि सूबे में कुछ भी सही नहीं चल रहा है. इस मौके पर छोटे मुखिया, राजेश्वर प्रसाद सिंह, रीना देवी आदि मौजूद थे.