बिहारशरीफ (नालंदा) : ‘बढ़ चला बिहार’ लेकर चुनाव में उतरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास को मुद्दा बनाते हुए एक बार फिर भाजपा को आड़े हाथों लिया. मुख्यमंत्री ने कहा किहम जो बोलते हैं, वो करके दिखाते हैं. दूसरों की तरह हल्ला करना मेरी आदत नहीं. नीतीश नालंदा में चार सरकारी भवनों के उदघाटन के मौके पर बोल रहे थे.
नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडी के बाद नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हम तो याचक हैं ही. हमें बिहार के लिए याचक बनने में कोई गुरेज नहीं है. हम तो इसी मिट्टी में पैदा हुए हैं और यहीं के लिए सब कुछ करना है. सीएम ने बिना नाम लिये केंद्रीय मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा कि वे लोग तो आते हैं और कुछ भी बोल कर चले जाते हैं. हम यहीं के हैं और यहीं रहना है. हम जो बोलते हैं, वो करते हैं. जो नहीं बोलते हैं, वो भी करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को आरा में प्रधानमंत्री के सरकारी कार्यक्रम में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह शामिल हुए थे. लेकिन उन्हें दो मिनट भी बोलने के लिए नहीं दिया गया. अन्य वक्ताओं के लिए समय था, लेकिन हमारे प्रतिनिधि के लिए समय नहीं था. सरकारी कार्यक्रम में इस तरह का उपेक्षा का भाव समझ से परे की बात है.
वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान, पावापुरी के उद्घाटन समारोह में सीएम ने कहा कि यह संस्थान विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के रूप में विकसित होगा. यह संस्थान न केवल बेहतरीन चिकित्सा शिक्षा का केंद्र बनेगा, बल्कि गंभीर बीमारियों का इलाज यहां अत्याधुनिक तकनीक से होगा. इसका लाभ देश-विदेश से आनेवाले पर्यटक भी उठा सकेंगे.
सैनिक स्कूल, नालंदा का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयास में लगी है कि सूबे के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़े. इसके लिए सभी तरह के संस्थान सूबे में खोले जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने राजगीतर में पर्यटक स्थल पांडू पोखर का उद्घाटन करते हुए कहा कि पर्यटकों के रात्रि ठहराव के लिए पांडू पोखर का निर्माण किया गया. यहां पर्यटकों को लुत्फ उठाने के लिए बेहतर व्यवस्था की गयी है. पैतृक गांव कल्याण बिगहा में उन्होंने नवनिर्मित तालाब व सूर्य मंदिर का उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री राजगीर के चक पर गांव निवासी स्व अवधेश सिंह के आवास पर गये और उनके परिजनों से मुलाकात की.
रिमोट से कई संस्थानों का भी किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने चंडी में मंच से रिमोट के माध्यम से सूबे के चार अन्य संस्थानों का उद्घाटन किया. इनमें ज्योति नारायण युगल किशोर रामसखी देवी पॉलिटेक्निक संस्थान परिहार, शिवहर, बदी उज्जमा खान इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटेक्निक, पुपरी, सीतामढ़ी, राजकीय पॉलिटेक्निक, अस्थावां एवं राजकीय महिला पॉलिटेक्निक, मुजफ्फरपुर शामिल हैं. इसके अलावा राजकीय पॉलिटेक्निक, शेखपुरा का शिलान्यास भी किया.
इस अवसर पर ग्रमाीण कार्य एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह, पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, शिक्षा मंत्री पीके शाही, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक डॉ जितेंद्र कुमार, पूर्व मंत्री हरिनारायण सिंह, विधान पार्षद रीना यादव, नागरिक परिषद् के महासचिव इ सुनील कुमार, पूर्व विधान पार्षद राजू यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार, सीएम के सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार सहित अन्य वरीय नेता व महागंठबंधन के स्थानीय नेता भी मौजूद थे.