बिहारशरीफ : आम लोगों के साथ ही स्कूली बच्चों के लिए भी आधार कार्ड बहुत जरूरी है. आइडी प्रूफ व एट्रेस के लिए आधार की मान्यता जग जाहिर है. दूसरे राज्यों में नामांकन लेने के इच्छुक छात्र-छात्रवृत्ति,साइकिल योजना , पोषाहार योजना, पोशाक योजना,नकद पुरस्कार राशि प्राप्त करने में भी आधार कार्ड जरूरी है. इसके अलावा बैंक में खाता खुलवाने, स्कॉलरशिप,किताब योजना, पुस्तकालय आदि का लाभ उठाने के लिए भी आधार कार्ड अति आवश्यक हो गया है. आधार कार्ड के संबंध में आम लोगों में कुछ भ्रांतियां हैं, जिसके कारण कुछ लोग आधार कार्ड बनाने से बचना चाहते हैं. दोबारा परीक्षा पास करने वालों व गलत उम्र न भर पाने के डर से लोग इसे बनाने से परहेज करते हैं.
आधार कार्ड की गलतियां सुधर सकती है:लोग ऐसा मानते हैं कि आधार कार्ड में एक बार भी जो जानकारियां दर्ज हो जाती है, उसे बदला नहीं जा सकता है, जो बिल्कुल गलत है. पूरी लाइफ में आधार कार्ड को सात बार अपडेट किया जा सकता है. यूआइडएआइ के अनुसार जरूरी प्रूफ देने पर आधार कार्ड का पता,जन्म तिथि और यहां तक कि फिंगर प्रिंट में भी बदलाव किया जा सकता है. बच्चों के उम्र के साथ फोटो भी बदला जा सकता है. इसके लिए वेबसाइट पर ऑन लाइन अपडेट किया जा सकता है. डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट यूआइडएआइ डॉट जीओभी इन पर लॉग कर इन अपडेट किया जा सकता है.
आधार कार्ड बनाने की सुस्त रफ्तार:नालंदा जिले की कुल आबादी करीब 34 लाख है. आधार कार्ड बनाने की जो प्रक्रिया चल रही है, उसके तहत अब तक दो लाख 28 हजार 696 लोगों का आधार कार्ड अंडर प्रोसेस में है.
प्रभात खबर ने की आधार कार्ड बनाने की पहल: आधार कार्ड से वंचित लोगों के लिए प्रभात खबर ने पहल शुरू की है. इसके तहत प्रभात खबर की एजेंसी में रविवार से आधार कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया गया है, जो लोग अब तक अपना आधार कार्ड नहीं बना सके हैं, वे अपना आइडी प्रूफ व एक फोटो के साथ प्रभात खबर से इसके लिए संपर्क कर सकते हैं.