एकंगरसराय : नियोजित शिक्षकों ने विधायक राजीव रंजन का घेराव कर तीन सूत्री मांग पत्र सौंपा है. इस मौके पर विधायक राजीव रंजन ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की मांग जायज है. बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ उपेक्षापूर्ण रवैया अपना रही है.
उन्होंने करीब चार सौ शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि एक ही स्कूल में दो शिक्षकों द्वारा एक ही बच्चे को समान शिक्षा देने के बावजूद भी उनके वेतन में आसमान जमीन का अंतर है. उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन की वकालत की. श्री रंजन ने कहा कि बच्चों के भविष्य के नायक शिक्षकों के साथ बिहार सरकार गलत बरताव कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार पूर्णत: दलाल व बिचौलियों के गिरफ्त में है. सरकार के प्राधिकार से नियुक्त शिक्षकों को तीन साल से वेतन नहीं दी गयी है. टीइटी पास नियोजित शिक्षक जो लगातार शिक्षण कार्य से जुड़े है को नौ माह से एक भी पैसा नहीं मिला है.
घेराव कर रहे शिक्षकों के आग्रह पर री रंजन ने बीइओ, डीइओ नालंदा सहित पटना के आलाधिकारियों से बात की. बातचीत से पता चला कि पदाधिकारी इस कार्य में कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी.संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार,सचिव शशिकांत वर्मा ने एक मांग पत्र दिया है,
जिसमें नियोजित शिक्षकों को वेतनमान प्राधिकार व टीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को मानदेय शुरू करने की मांग की. घेराव में अमित कुमार,राजीव कुमार,शशिकांत,सूर्य प्रकाश रविदास,राकेश सिंह,धनंजय कुमार,विपुल कुमार सिंह,संजय शर्मा ,ललित कुमार,गीता देवी,अवधेश चौधरी सहित करीब चार सौ शिक्षक थे.