मुजफ्फरपुर: समाहरणालय में गुरुवार को हुए बवाल व तोड़-फोड़ के मामले में नगर थाने में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नगर थाने के दारोगा कंचन भाष्कर के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि विवि कैंपस के छात्रों के कलेक्ट्रेट में हंगामे की सूचना पर वे सैप बल के साथ पहुंचे थे. छात्र मुख्य द्वार पर बैठे थे. उन्होंने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने. छात्र मुख्य द्वार को तोड़ने का प्रयास करने लगे.
इसी बीच दो-तीन छात्र दीवार फांद कर अंदर घुस गये. अंदर जाकर ईंट मार कर ताला तोड़ दिया गया. पुलिस ने दर्जनों अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वही प्रशासन की ओर से करायी गयी वीडियोग्राफी से पुलिस उपद्रवी छात्रों की पहचान करेगी. उनकी पहचान होने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. यहां बता दें कि गुरुवार को पीजी टू व छह के दर्जनों छात्रों का जत्था कार्रवाई की मांग को लेकर समाहरणालय गेट पर पहुंचा था.
आक्रोशित छात्रों का गुट गेट का ताला तोड़ कर डीएम कार्यालय के पोर्टिको के पास जाकर हंगामा करने लगे. तोड़-फोड़ की आशंका को देखते हुए पोर्टिको के ग्रिल को बंद कर दिया गया था. समाहरणालय गेट तोड़ कर अंदर घुसने की सूचना पर एसएसपी सौरभ कुमार, एएसपी मुख्यालय अशोक कुमार सहित कई अन्य अधिकारी पहुंच गये थे.उनलोगों का आरोप था कि वरीय अधिकारी फोन नहीं उठाते है. काफी समझाने के बाद छात्र माने थे. डीएम ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए दो से तीन दिन के अंदर खुद से विवि कैंपस में जाकर समस्याओं का निदान करने का आश्वासन दिया था. डीएम के आश्वासन के बाद सभी छात्र को पुलिस मोबाइल जीप से विवि कैंपस पहुंचाया गया था.
विवि में मारपीट मामले में 21 नामजद
विवि कैंपस में दो दिन पूर्व हुए छात्रों के दोनों गुटों के बीच मारपीट में 21 छात्रों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. एक गुट की ओर से लोकश ने 9 नामजद व 20 से 25 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. वही दूसरी ओर से मुनचुन ने 12 नामजद व 40 से 50 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में दर्ज नाम का पुलिस खुलासा करने से परहेज कर रही है. शुक्रवार को भी कैंपस में तनाव को देखते हुए सभी हॉस्टल में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. देर रात दारोगा प्रभात सक्सेना खुद पुलिस बल के साथ कैंपस में गश्ती कर रहे थे.