मुजफ्फरपुर : शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 22 बंदी शुक्रवार को जेल से रिहा किये जायेंगे. रिहाई के बाद कुछ बंदियों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ने के लिए रोजगार भी दिया जायेगा. शुक्रवार को इसकी घोषणा हो सकती है. सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में सूबे के विभिन्न जेलों में सजा काट कर रहे 70 बंदियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया है. जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बंदियों की रिहाई की तैयारी जेल प्रशासन ने कर ली है.
गुरुवार को रिहाई होने वाले 22 बंदियों के परिजनों को इनकी रिहाई की सूचना दे दी गयी है. इधर सूचना मिलने पर इन बंदियों के परिजन जेल पहुंच गये थे. हालांकि जेल परिसर में इन्हें नहीं रहने दिया गया. जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को रिहाई का ऑडर जेल पहुंच चुका है. रिहा होने वाले बंदी 14 साल से ज्यादा सजा काट चुके हैं.