मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में जिस गति से विकास हो रहा है उस गति टैक्स संग्रहण नहीं हो रहा है. आयकर विभाग ने टैक्स देने में पीछे रहने वाले पांच सेक्टर को चिह्न्ति किया है. इनमें कोचिंग संस्थान, आभूषण कारोबारी, कपड़ा मंडी, प्रॉपर्टी डेवलपर्स, डॉक्टर व नर्सिग होम और पैथोलॉजिकल लैब शामिल हैं.
यह बातें मुख्य आयकर आयुक्त (द्वितीय) केसी जैन ने मंगलवार को बेला स्थित इनकम टैक्स कार्यालय में अधिवक्ताओं, सीए व आयकर अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कही. बैठक एडवांस टैक्स की धीमी गति को लेकर बुलायी गयी थी.
श्री जैन ने अधिवक्ताओं व सीए से कहा, वह अपने क्लाइंट को एडवांस टैक्स देने के लिए प्रेरित करें, ताकि लक्ष्य पूरा हो सके. आज के आधुनिक युग में कोई चाह कर भी अपनी आमदनी नहीं छुपा सकता है. ऐसे में वह टैक्स देने में किसी प्रकार की कोताही न बरतें. बैठक में अधिवक्ता सह कर सलाहकार अरुण कुमार शर्मा ने कहा, विभाग में टैक्स रीफंड के जितने भी दावे लंबित हैं, इनका शीघ्र निबटारा किया जाय. इससे लोग टैक्स देने में आगे आयेंगे. बैठक में जेसी आइटी यूसी मिश्र, आइटीओ बीके तिवारी, केके मिश्र, अधिवक्ता एके शर्मा, आरके श्रीवास्तव, एलके झा, मनोरंजन वर्मा, पीके ओझा, डॉ अजय कुमार, सीए गोपाल कुमार तुलस्यान आदि थे.