मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से हाजीपुर को जोड़ने वाली एनएच-77 के निर्माण में बाधा अभी भी कायम है. जिले के तेरह गांवों में जमीन के किस्म को लेकर जारी विवाद सुलझाने के लिए सिक्स मैन कमेटी का गठन किया गया था, लेकिन अभी तक उसकी रिपोर्ट आनी शेष है. प्रमंडल आयुक्त अतुल प्रसाद ने कमेटी को निर्देश दिया है कि वे जल्दी अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपे, ताकि जुलाई में होने वाली समीक्षा बैठक से पूर्व उन गांवों में अर्जन की प्रक्रिया शुरू हो सके. वे बुधवार को प्रमंडलीय सभागार में योजना की समीक्षा कर रहे थे.
दरअसल, जिन तेरह गांवों में जमीन के किस्म को लेकर विवाद था, उसमें से सात गांवों में कमेटी काफी पहले जांच कर चुकी थी. लेकिन छह गांवों के जमीन की जांच होनी बांकी थी. बीते 24 जून को कमेटी ने उन गांवों का स्थल निरीक्षण किया था. बैठक में एनएचएआइ के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि वैशाली जिला के एकमा व सराय गांव में बिजली का तार नहीं हटने के कारण परेशानी हो रही है. प्रमंडलीय आयुक्त ने वैशाली के कार्यपालक अभियंता विद्युत को 24 घंटे के भीतर उन तारों को हटाने का आदेश दिया है. वहीं जिला भू-अर्जन पदाधिकारी वैशाली को इसके लिए जिलाधिकारी से बात कर पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करने को कहा गया है.
रैयत नहीं माने, तो लगेगा अर्जेंसी क्लाॅज
बैठक में कच्ची दरगाह से विदुपुर तक बनने वाली सिक्स लेन सड़क का मामला भी उठा. वैशाली के भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि राघोपुर सहित तीन अंचल के करीब दो हजार रैयत जमीन लीज पर देने पर सहमति जता दी थी. लेकिन बाद में वे किस्म पर आपत्ति जता कर अधिक मुआवजा की मांग करने लगे. इस कारण मामला फंसा हुआ है. प्रमंडलीय आयुक्त ने इस पर नाराजगी जताते हुए, मामले में रैयतों से बात करने की सलाह दी. कहा, यदि वे सहमत नहीं होते हैं, तो उन इलाकों में अर्जेंसी क्लॉज के तहत जमीन लेने की प्रक्रिया पूरी करें.