कैसे कम हो बोझ. िजले में लंबित है 13 हजार केसों की जांच
Advertisement
तीन हजार केस दबाये बैठे हैं दारोगा
कैसे कम हो बोझ. िजले में लंबित है 13 हजार केसों की जांच आइजी तक का निर्देश नहीं मान रहे क्राइम मीटिंग में फिर उठी बात मुजफ्फरपुर : जिले में 13 हजार मामले पुलिस जांच में लंबित हैं, जिनमें तीन हजार मामले ऐसे हैं, जिनकी फाइल जांच अधिकारियों के दबा कर रखी है, जो तबादला […]
आइजी तक का निर्देश नहीं मान रहे
क्राइम मीटिंग में फिर उठी बात
मुजफ्फरपुर : जिले में 13 हजार मामले पुलिस जांच में लंबित हैं, जिनमें तीन हजार मामले ऐसे हैं, जिनकी फाइल जांच अधिकारियों के दबा कर रखी है, जो तबादला होने के बाद भी नहीं सौप रहे हैं. इनमें शहर के कई चर्चित मामले शामिल हैं. रविवार को एसएसपी की क्राइम मीटिंग के दौरान लंबित केसों का मामला उठा, तो एसएसपी ने संबंधित लोगों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इससे पहले भी लंबित मामलों का मुद्दा उठ चुका है.
आइजी जोन से लेकर अन्य अधिकारी इस पर कड़ा रुख अपना चुके हैं. कई जांच अधिकारियों का वेतन भी रुका है, लेकिन अभी तक संबंधित जांच अधिकारियों ने फाइल नहीं सौपी है.
एसएसपी विवेक कुमार ने जांच अधिकारियों से फिर जल्द से जल्द मामलों की फाइलें संबंधित थानों को सौपने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि दो साल पहले लगभग छह हजार मामले जिले में लंबित थे, लेकिन इस दो सालों के दौरान पेंडिंग केसों की संख्या तेरह हजार तक पहुंच गयी है. उन्होंने केसों पर विशेष तौर पर काम करने का निर्देश भी संबंधित जांच अधिकारियों को दिया. एसएसपी ने कहा कि जिन जांच अधिकारियों ने प्रभार नहीं दिया है, वो तुरंत सौप दें, नहीं तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
तबादले के बाद भी नहीं सौं पी फाइल
रिटायर्ड दारोगा के पास 48 केसों की फाइल, दर्ज होगी प्राथमिकी
रिटायर हो चुके दारोगा उमेश प्रसाद सिंह के पास अभी 48 मामलों की फाइल है, जो उन्होंने पुलिस को नहीं सौपी है. क्राइम मीटिंग में जब एसएसपी विवेक कुमार ने इस पर चरचा की, तो सामने आया कि उमेश प्रसाद सिंह एक साल पहले रिटायर हो चुके हैं. बार-बार निर्देश के बाद भी उन्होंने फाइल वापस नहीं की है. एसएसपी ने सकरा थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिश्र को उमेश प्रसाद सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
वेतन रुका, फिर भी नहीं दी फाइल
मामलों की फाइल दबाये बैठे कई दारोगा पर कार्रवाई भी हुई है. उनका वेतन रोका गया है. साथ ही कई बार चेतावनी दी गयी है. इसके बाद भी संबंधित दारोगा ने फाइल नहीं सौपी है. काजी मोहम्मदपुर के चर्चित रीता भादुड़ी कांड के जांच अधिकारी का तबादला हुये सालों हो गया है, लेकिन अभी तक उन्होंने मामले से संबंधित फाइल नहीं सौपी है. कई बार उन्होंने फाइल देने की बात कही. इसके बाद उन्होंने थाने में फाइल जमा नहीं करायी.
ये दिये निर्देश
हथियार के साथ गिरफ्तारों पर आरोप गठिथ करें
स्पीडी ट्रायल के लिए कांडों की सूची सौंपे
सात वर्षों से चार्जशीटेड अपराधियों का रिकार्ड तैयार करें
शहर में लगातार वाहन चेकिंग अभियान चलायें.
नये व पुराने टॉप टेन अपराधियों पर नजर रखें
अपराधियों को संदिग्ध गतिविधि पर गिरफ्तार करें
महिला थानों में शौचालय का निर्माण करायें
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement